नई दिल्ली: कुछ लोगों को अकेला रहना पसंद होता है. वह खुद के साथ समय बिताने से ज्यादा प्रोडक्ट महसूस करते हैं. लेकिन यदि यह अकेलापन खुद की च्वाइस न हो तो यह मौत के जोखिम को कई गुणा तक बढ़ा सकता है.
समाचार एजेंसी योनहाप की रिपोर्ट के मुताबिक, स्वास्थ्य और कल्याण मंत्रालय साउथ कोरिया द्वारा जारी किए गए आंकड़ों से पता चलता है कि साल 2023 में 3,661 लोगों की मौत अकेलेपन के कारण हुई है. वहीं, साल 2022 में यह संख्या 3,559 थी. पिछले वर्ष साउथ कोरिया में होनेवाली कुल मौतों में में लगभग 1.04 लोगों की मौत अकेलेपन के कारण हुई.
रिपोर्ट के अनुसार, अकेलेपन के कारण मरने वाले लोगों में सबसे ज्यादा संख्या पुरुषों की है. इसमें 84.1 पुरुष और बाकी महिलाएं शामिल हैं.
अकेलेपन से मौत का कनेक्शन
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, अकेलेपन से हार्ट डिजीज से मौत का खतरा 29 प्रतिशत और स्ट्रोक से 32 प्रतिशत तक बढ़ जाता है. इसके अलावा, ज्यादा समय तक अकेले रहने से मेंटल हेल्थ पर नकारात्मक असर पड़ता है, जिससे सुसाइड की संभावना काफी बढ़ जाती है.
क्या आप अकेलेपन से जुझ रहे हैं? ऐसे पहचानें
उदासी, नाखुशी, खुशी की कमी या निराशा की भावनाएं, हर समय थका हुआ महसूस होना, नींद न आना जैसे लक्षणों का अनुभव अकेलेपन से जुड़ा है. यदि आप अकेले रहते हैं, और अंदर से संतुष्टि या खुशी का अनुभव नहीं करते हैं तो इसे नजरअंदाज न करें. ध्यान रहें कि कई बार आसपास लोगों के रहने के बावजूद भी आप अकेला महसूस कर सकते हैं.
अकेलेपन से बचने का उपाय
अकेलेपन से बचने का सबसे अच्छा तरीका है नए दोस्त बनाए, जिम, सोशल इवेंट में जाए जहां आप समान इंट्रेस्ट वाले लोगों से मिल सकते हैं. हमेशा खुद को नए चीजों को सीखने में बिजी रखें.