कुलदीप तिवारी की रिपोर्ट
रीवा। जिले में बढ़ते संक्रमण के बीच एक हृदय विदारक खबर सामने आई। बेटे की मौत की सूचना मिलने के बाद पिता ने प्राण त्याग दिये। एक ही दिन में घर से दो अर्थियां उठने से क्षेत्र में शोक की लहर फैल गई।
जन शिक्षा केन्द्र मार्तण्ड क्रमांक तीन में पदस्थ जनशिक्षक राजेश पाण्डेय मूल रूप से रहने वाले व्यौहारी के गांव कुंआ के हैं। रीवा में ही पदस्थ रहते हुए परिवार के साथ रह रहे थे। इन्होंने टीकाकरण के दौरान महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाई थी। पीके स्कूल और एसके स्कूल में लगे शिविर में टीकाकरण कराया था। इसी दौरान किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से खुद भी संक्रमित हो गए। संक्रमण के बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई। इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किए गए। इलाज के दौरान संजय गांधी स्मृति चिकित्सालय में राजेश पाण्डेय ने अंतिम सांस ली। राजेश पाण्डेय की मौत की खबर जैसे ही उनके घर पिता के पास पहुंची, उन्होंने भी दम तोड़ दिया। एक ही घर में दो लोगों की मौत ने सबको झकझोर कर रख दिया है।
शिक्षक राजेश पाण्डेय की पत्नी अल्का मिश्रा शाउमावि गोडहर में वरिष्ठ अध्यापक के पद पर पदस्थ हैं। राजेश का एकमात्र पुत्र है। राजेश की मौत ने उसके सिर से पिता का साया छीन लिया है। राजेश पाण्डेय पिछले 10 दिनों से बीमार चल रहे थे। अस्पताल में इलाज चल रहा था, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। विभागीय सूत्रों की मानें तो राजेश के पिता भी शिक्षा विभाग में ही पदस्थ थे। वह कुछ ही साल पहले पद से रिटायर हुए थे। वह गांव में ही रह रहे थे। बेटे के मौत की खबर सुनने के बाद ही वह भी अपने प्राण त्याग दिए। उनकी मौत से शिक्षा जगत में दुख का माहौल है।