आनंद अकेला की रिपोर्ट
भोपाल। पूरे प्रदेश में क’रोना संक्रमण ने हाहाकार मचा रखा है। बढ़ते संक्रमण के कारण प्रदेश के कई जिलों में पूर्ण लाकडाउन जैसे कड़े प्रतिबंध लगाए गए हैं। इस बीच मध्यप्रदेश सरकार के आयुष विभाग द्वार संक्रमण में कारगर होम्योपैथी दवाओं से इलाज की छूट दी गई है। विभाग द्वारा संक्रमण से बचाव के लिए बकायदा लक्षण और बगैर लक्षण वाले मरीजों के लिए दवाओं की सूची जारी की गई है।
आयुष मंत्रालय भारत सरकार के ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल अंतर्गत होम्योपैथी औषधि के सेवन करने के लिए नवीन दिशा निर्देश जारी किए है। आयुष विभाग धार के द्वारा आयुष संस्था से स्वस्थ व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बनाये रखने के लिए आमजन, पुलिस विभाग के जवान, स्वास्थ्य के कर्मचारी, शासकीय कार्यालयों में कार्यरत अधिकारी, कर्मचारी, नगर परिषद के कर्मचारी, को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाने हेतू वितरण किया जा रहा है।
आयुष मंत्रालय भारत सरकार के वैज्ञानिक सलाहकार बोर्ड के सदस्य और वरिष्ठ होम्योपैथ डा. एके द्विवेदी ने बताया कि अब तक इलाज में एलोपैथी दवाओं को ही मान्यता थी, लेकिन अब सरकार ने लक्षणों के आधार पर होम्योपैथिक दवाओं से इलाज की अनुमति भी दे दी है। इसके लिए आयुष विभाग ने गाइडलाइन जारी की है। इसमें लक्षण वाले मरीज और बगैर लक्षण वाले मरीजों का इलाज अलग-अलग होगा।
गौरतलब है कि पिछले साल भी उपचार के लिए आयुष मंत्रालय द्वारा गाइडलाइन जारी की गई थी। इसके तहत भी संक्रमित और लक्षण वाले व्यक्तियों को दवाइयां दी गई थी। इसके अच्छे परिणाम देखने को मिले थे। जिन्हें संजीवनी ऐप के जरिए वितरित किया गया था। भारत के अलावा भी कई अन्य देशों में आयुष विभाग द्वारा जारी की गई औषधियों की न केवल प्रयोग हो रहा है वरन उसके बेहतर परिणाम भी सामने आ रहे हैं। होम्योपैथी दवाईयों से प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर किया जा सकता है।
यह है आयुष विभाग की गाइडलाइन
संक्रमण से बचाव के लिए आर्सेनिक एल्बम 30 की 5 गोली सुबह, दोपहर व शाम तीन दिनों तक लेना है। एक माह बाद पुन: लेना है। इसे सभी आयु वर्ग के लोग ले सकते हैं।
जिन संक्रमित व्यक्तियों में संक्रमण के लक्षण दिखाई दे रहे हैं वे आयुष मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जारी किए आयुष ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल के लिए अपने क्षेत्र की आयुष चिकित्सक, आयुष सुपरवाइजर, ए.एन. एम. आशा कार्यकर्ता, आगनबाडी कार्यकर्ता, से संपर्क करें। नियमित रूप से शरीर का तापमान, आक्सीजन लेवल की जांच कराए।
लक्षण रहित होने पर ये दवाएं लें
आर्सेनिक एल्बम 200, ब्रायोनिया 200, केमफोरा 200 की पांच गोली सुबह तीन दिनों तक।
हल्के लक्षण में
आर्सेनिक एल्बम 30/200, यूपाटोरियम परफ 30/200, गेलसेमियम 30/200, ब्रायोनिया 30/200, रहस्य टाक्स 30/200, फ्रूम फोस 6एक्स, आर्स आयोड 30, काली मूर। इन्हें डाक्टरी सलाह से ही लें।
मध्यम लक्षण में
आर्सेनिक एल्बम 30/200, यूपाटोरियम परफ 30/200, गेलसेमियम 30/200, ब्रायोनिया 30/200, रहस्य टाक्स 30/200, फास्फोरस 30/200, फ्रूम फोस 6 एक्स, काम्फोरा 30/200, चिनीनुम आर्स 30/200, इपिकाक 30/200, बेलाडोना 30/200, अंतीमोनियम टार्ट 30/200 लक्षणों के आधार पर डाक्टरी सलाह से लें।
संक्रमण होने पर
आर्सेनिक एल्बम 200, यूपाटोरियम परफ 200, जलसेमीयम 200 की सही मात्रा डाक्टरी सलाह से लें।