सीधी ।आपातकाल, तत्कालीन कांग्रेस मुखिया और प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा देश के राष्ट्र भक्तों और जनता के साथ किया गया अत्याचार, दमन, शोषण और हिटलर शाही की पराकाष्ठा का नाम है। आज ही के दिन 1975 में मध्य रात्रि 12 बजे, जब सारा देश सो रहा था, लोकतंत्र का दमन करते हुए रेडियो पर आपातकाल की घोषणा इंदिरा गांधी ने जबरदस्ती करवाई थी।
उक्त आशय के विचार भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष इन्द्र शरण सिंह चौहान बतौर मुख्य अतिथि आपातकाल की वरषी पर वर्चुअल संवाद करते हुए जिले के सैकड़ों कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहीं । श्री चौहान ने कहा कि इंदिरा ना केवल अपने निहित स्वार्थ के लिए वल्कि अपनी कुर्सी बचाने के लिए आपातकाल लगाकर जनता के साथ अनगिनत अत्याचार किए लोकतंत्र की चार स्तंभ कार्यपालिका, न्यायपालिका, व्यवस्थापिका और मीडिया पर प्रतिबंध लगाकर आतंकवादियों की तरह यातनाएं दी। पूरे देश को जेल खाना बना दिया था।
वही प्रादेशिक वक्ता आशुतोष अग्रवाल ने मीशा बंदियो को नमन करते हुए उनके ऊपर हुए अत्याचारों को विस्तार से बताते हुए इसे लोकतंत्र पर हमला करार देते हुए इसे काला अध्याय बताया। देश इंदिरा गाँधी की क्रूरता की 46 वी बरसी नम आंखों से मना रहा है।
कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री अशोक पटेल ने और आभार प्रदर्शन जिला महामंत्री डा मनोज मिश्रा किया। कार्यक्रम के जिला प्रभारी किसान मोर्चा के राष्ट्रीय कार्य समिति के सदस्य उपेन्द्र सिंह चौहान रहे। कार्यक्रम को जिला उपाध्यक्ष डॉक्टर विक्रम सिंह चौहान, कार्यक्रम के प्रभारी प्रमोद द्विवेदी, जिला महामंत्री विवेक कोल, अमित प्रधान, कुमारी पूजा सिंह कुशराम, मनोज तिवारी ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर प्रमुख रुप से जिला उपाध्यक्ष सुधीर शुक्ला, पूर्व जिला महामंत्री डॉ देवेन्द्र त्रिपाठी, जिला मीडिया प्रभारी सुरेंद्र मणि दुबे, कार्यालय मंत्री रमेश गुप्ता, सरस्वती बहेलिया, अजीत सिंह चंदेल लल्ला, कौशलेंद्र सिंह, पुष्पराज सिंह चौहान, शुभम जायसवाल, महेंद्र यादव, शिवेंद्र सोनी, सुबेदास यादव, विक्रमादित्य मिश्रा, प्रयास उपाध्याय, मुकेश पांडे, अर्पित गुप्ता, सोहिल आहुजा, रोहित गुप्ता, विकास गुप्ता, साहिल बाघवानी, निशांत नवैद, हर्षित पांडे, गोविंदा सोनी, शिवम गुप्ता, देवांश सोनी, अजय गुप्ता, निखिल गुप्ता, अनिल सोनी, संजय सोनी, ओमपाल सिंह, रोहित तिवारी सहित सभी मंडल अध्यक्ष मंडल महामंत्री और मंडल के सैकड़ों पदाधिकारी और कार्यकर्ता वर्चुअल कान्फ्रेस के माध्यम से और प्रत्यक्ष रूप से पार्टी कार्यालय में जुड़े तथा विचारों को सुनकर लाभांवित हुए।