नेशनल फ्रंटियर, उमरिया। आज जिले में युवा कांग्रेस ने उग्र प्रदर्शन किया। कांग्रेसियों के उग्रतापूर्ण प्रदर्शन की वजह उमरिया जिले में ट्रेनो के स्टॉपेज की मांग को लेकर रहा। कोरोना काल के पहले जिन ट्रेनों का स्टॉपेज उमरिया जिले में हो रहा था, उन्हें भी बंद कर दिया गया है। कांग्रेसियों ने स्टेशन चौराहे पर घण्टों धरना प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की। इसी बीच केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल का पुतला दहन युवा कांग्रेस द्वारा किया गया। ट्रेन स्टॉपेज न होने के कारण नाराज दिखे कांग्रेसी नेताओं ने जमकर भारतीय जनता पार्टी और भाजपा से निर्वाचित हुए जनप्रतिनिधियों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जब से भाजपा की सरकार बनी हैं, तभी से उमरिया जिले का घोर अपमान किया जा रहा है। विदित हो कि उमरिया जिले में दो विधानसभा सीटे हैं जिसमें भाजपा का कब्जा है वहीं शहडोल लोकसभा सीट भी भाजपा सरकार के पाले में हैं जहां से भाजपा सांसद हिमाद्री सिंह निर्वाचित हैं। लेकिन जिले को उपेक्षित किया जा रहा है ऐसा आरोप कांग्रेस का है। जिसे लेकर कांग्रेसियों ने कहा कि ट्रेनों का स्टॉपेज उमरिया में न होना सांसद की मौन सहमति भी है। कांग्रेसियों ने रेल प्रबन्धन को ज्ञापन सौंप जिले में ट्रैनों के स्टॉपेज के लिए मांग की है।
कांग्रेसियों ने किया रेल रोको प्रदर्शन :
आज शनिवार को रेल मंत्री के ख़िलाफ़ किये गए रेल रोको प्रदर्शन में कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि जो ट्रेने कोरोनाकाल से पहले रूक रही थीं, उनका स्टॉपेज भी छीना जा रहा है। हाल ही मे रीवा-बिलासपुर का स्टॉपेज भी जिले से छीन लिया गया। जिले के स्टेशन चौराहे मे रेल रोको प्रदर्शन कर दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर के महाप्रबंधक के नाम का ज्ञापन स्टेशन प्रबंधक को सौंपा गया। क्षेत्रीय सांसद से नाराज कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि जब से केन्द्र मे भाजपा की सरकार बनी है, तभी से जिले का घोर अपमान किया जा रहा है। इस साजिश को सांसद की मौन सहमति है।
पटरियों पर लेटेंगे कांग्रेसी :
जिला मुख्यालय के स्टेशन में ट्रेनों का स्टॉपेज न होने के कारण ख़िलाफ़त में आंदोलन कर रहे कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि आज का आंदोलन सांकेतिक है, भाजपा सरकार और रेल मंत्रालय से मांग है कि उमरिया की बेइज्जती करना बंद करें। यदि केन्द्र सरकार, सांसद और रेल प्रशासन ने मांग स्वीकार नहीं की, तो उमरिया जिले के सम्मान की खातिर कंग्रेसजन पटरियों पर लेट कर अपनी जान देने से भी पीछे नहीं हटेंगे।
पहले रुक रही ट्रैनों का भी नहीं स्टॉपेज :
रेल रोको आंदोलन में जिले के सुदूर क्षेत्रों से भी कांग्रेसी कार्यकर्ताओं का जमावड़ा हुआ था, जहां युवा कांग्रेस के अध्यक्ष विजेन्द्र सिंह ने कहा कि बांधवगढ़ नेशनल पार्क, संजय गांधी ताप विद्युत संयंत्र और कोयले की अनेक खदाने होने के बावजूद उमरिया मे दर्जन भर ट्रेने पहले से ही नहीं रूक रही हैं। श्री सिंह ने कहा कि जिले की जनता लंबे समय से सभी ट्रेनो के स्टापेज तथा इस रूट पर नागपुर, मुंबई, अहमदाबाद आदि शहरों के लिये सीधी रेल सेवा की मांग कर रही है। इन मांगों को मानना तो दूर, जो ट्रेने कोरोनाकाल से पहले रूक रही थीं, उनका स्टॉपेज भी छीना जा रहा है।
झण्डी दिखाने लायक बचे स्टेशन :
रेल रोको प्रदर्शन में जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश शर्मा ने संबोधन में कहा कि केन्द्र की जनविरोधी रेलनीति के कारण करोड़ों रूपये का राजस्व देने वाले जिले के स्टेशन बस गाडिय़ों को झण्डी दिखाने लायक रह गये हैं। जिला बनने से पहले हर ट्रेन उमरिया मे रूकती थी, लेकिन आज जिला मुख्यालय होने के बावजूद शहर मे कई महत्वपूर्ण गाडिय़ों का ठहराव नहीं है। कांग्रेस अध्यक्ष शर्मा ने रेलवे से मांग की है कि वह उमरिया मे तत्काल सभी ट्रेनो का स्टेापेज दे साथ ही जिले के अन्य स्टेशन पर कोरोना से पहले रूक रही ट्रेनो को यथावत करें।
रेल रोको नेताओं का जोर :
रेल रोको प्रदर्शन करते हुए जिले में कांग्रेसी नेताओं ने जिले की आवागमन समस्या को लेकर आवाज बुलंद की और केंद्रीय रेल मंत्री सहित क्षेत्रीय सांसद पर नाराजगी जाहिर की। इस अवसर पर रेल रोकने प्रदर्शन किया जिसमें कांग्रेस कमेटी जिलाध्यक्ष राजेश शर्मा, ध्रुव सिंह, अमृतलाल यादव, त्रिभुवन प्रताप सिंह, कांग्रेस सेवादल जिलाध्यक्ष संतोष सिंह, युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष विजेन्द्र सिंह (अब्बू), उदय प्रताप सिंह, मयंक सिंह, प्रवक्ता अशोक गौंटिया, देवबहादुर सिंह, पी एन राव, नीरज सिंह, ताजेन्द्र सिंह, विजय कोल, एरास खान, अयाज खान, मोहित सिंह, राहुल सिंह, सेवादल यंग ब्रिगेड जिलाध्यक्ष संदीप यादव, अशोक गुप्ता, राजीव सिंह बघेल, प्रहलाद यादव सहित महिला कांग्रेसी नेता सावित्री सिंह, शकुंतला धुर्वे, लक्ष्मी गुप्ता व बड़ी संख्या मे कांग्रेसी नेता उपस्थित रहे।