नेशनल फ्रंटियर, उमरिया। जिले के नवीन चिल्ड्रन पार्क में व्यवस्था के दृष्टि से एक चौकीदार की भर्ती की गई, लेकिन उसे 6 माह 17 दिन का वेतन नहीं दिया गया। और तो और चौकीदार को कार्य से भी अलग कर दिया गया।
दरअसल उमरिया जिले के नवीन चिल्ड्रन पार्क का निर्माण कराया गया, जिसमें चंदवार निवासी पुन्ने लाल पाल को देखरेख के लिए बतौर चौकीदार रखा गया था। लेकिन उसे उसकी मेहनत का 6 माह से अधिक के समय का भुगतान नहीं किया गया। कोरोना काल में जहां एक ओर लोगों के भरण पोषण पर संकट आ गया है, वहीं शिक़ायतकर्ता को आर्थिक संकट ने दर दर भटकने को मजबूर कर दिया है।
शिकायतकर्ता पुन्ने लाल पाल ने बताया कि उसे निर्माणाधीन पार्क में पहले ठेकेदार द्वारा नियुक्त किया गया था, और उसको पैसे दिए जाते थे। लेकिन निर्माण पूरा होने के पश्चात चिल्ड्रन पार्क को नगर पालिका ने अधिग्रहित करने के बाद चौकीदार के पद पर पुननेलाल को कलेक्टर दर से नगर पालिका अधिकारी द्वारा रख लिया गया। शिक़ायतकर्ता ने बताया कि उसे सीएमओ द्वारा कुछ दिनों का तीन हजार रुपये दिया गया, बाकी बाद में कहकर आज दिनांक तक नहीं दिया गया। जिसके बाद पीड़ित ने कलेक्टर एवं सहायक श्रम अधिकारी के यहां आज मंगलवार को नगर पालिका अधिकारी के खिलाफ शिकायत करते हुए 6 माह17 दिन का अपने चौकीदारी की मजदूरी का पैसा दिलाने की गुहार लगाई है।
पुननेलाल का कहना है, कि उसने भरण पोषण के लिए किराना समान के साथ ही कई जगह से पैसे उधार लिए थे, जिसे उधार देने वाले मांग रहे हैं, ऐसे में पुन्नेलाल का कहना है कि यदि समय रहते कलेक्टर साहब उसकी शेष मजदूरी अविलंब दिला देते तो वह कर्जे से मुक्ति पा लेता।
गौरतलब है कि पहले लोगों से श्रम ले लिया जाता है, फिर उसे पैसे देने की बजाय यहां वहां भटकने के लिए मजबूर कर दिया जाता है, ऐसा ही नगर पालिका उमरिया के जिम्मेदारों द्वारा भी किया गया। जिसके बाद पीड़ित अपने मेहनत की कमाई को पाने के लिए, कागज में अपनी समस्या लिखकर जिले के वरिष्ठ अधिकारियों से न्याय पाने की गुहार लगा रहा है।