सीधी!
विश्व हिन्दू परिषद-बजरंगदल प्रखण्ड सीधी नगर द्वारा आयोजित शस्त्र पूजन स्थानीय पुलिस लाइन में विश्व हिन्दू परिषद के केंद्रीय पदाधिकारी क्षेत्र विशेष संर्पक प्रमुख शिवनारायन सिंह ने कार्यक्रम में गरिमामय उपस्थित रही ।
साथ ही विहिप प्रांताध्यक्ष लक्ष्मण सिंह उपस्थित रहें।कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन कर मंत्रोचारण पुष्प वर्षा कर शस्त्र पूजन कर किया गया।विशेष संपर्क प्रमुख शिवनारायण सिंह ने कहा की दशहरे का उत्सव शक्ति और शक्ति का समन्वय मनाने वाला उत्सव है। नवरात्रि के नौ दिन जगदम्बा की उपासना करके शक्तिशाली बना हुआ मनुष्य विजय प्राप्ति के लिए तत्पर रहता है। इस दृष्टि से दशहरे अर्थात विजय के लिए प्रस्थान का उत्सव आवश्यक भी है।
भारतीय संस्कृति सदा से ही वीरता व शौर्य की समर्थक रही है। प्रत्येक व्यक्ति और समाज के रुधिर में वीरता का प्रादुर्भाव हो कारण से ही दशहरे का उत्सव मनाया जाता है। यदि कभी युद्ध अनिवार्य ही हो तब शत्रु के आक्रमण की प्रतीक्षा ना कर उस पर हमला कर उसका पराभव करना ही कुशल राजनीति है। भगवान राम के समय से यह दिन विजय प्रस्थान का प्रतीक निश्चित है। भगवान राम ने रावण से युद्ध हेतु इसी दिन प्रस्थान किया था। मराठा रत्न शिवाजी ने भी औरंगजेब के विरुद्ध इसी दिन प्रस्थान करके हिन्दू धर्म का रक्षण किया था।
भारतीय इतिहास में अनेक उदाहरण हैं जब हिन्दू राजा इस दिन विजय-प्रस्थान करते थे।इस दिन लोग शस्त्र-पूजा करते हैं और नया कार्य प्रारम्भ करते हैं ऐसा विश्वास है कि इस दिन जो कार्य आरम्भ किया जाता है उसमें विजय मिलती है। प्राचीन काल में राजा लोग इस दिन विजय की प्रार्थना कर रण-यात्रा के लिए प्रस्थान करते थे। इस दिन जगह-जगह मेले लगते हैं। रामलीला का आयोजन होता है। रावण का विशाल पुतला बनाकर उसे जलाया जाता है। दशहरा अथवा विजयदशमी भगवान राम की विजय के रूप में मनाया जाए अथवा दुर्गा पूजा के रूप में, दोनों ही रूपों में यह शक्ति-पूजा का पर्व है,हर्ष और उल्लास तथा विजय का पर्व है। भारतीय संस्कृति वीरता की पूजक है, शौर्य की उपासक है।
व्यक्ति और समाज के रक्त में वीरता प्रकट हो इसलिए दशहरे का उत्सव रखा गया है। दशहरा का पर्व दस प्रकार के पापों- काम, क्रोध, लोभ, मोह मद, मत्सर, अहंकार, आलस्य, हिंसा और चोरी के परित्याग की सद्प्रेरणा प्रदान करता है।उक्त कार्यक्रम में जिला उपाध्यक्ष उमापति सिंह,जिला मंत्री पुजेरीलाल मिश्रा,बजरंगदल जिला संयोजक श्रीराम सोनी सोहिल,जिला सह संयोजक अटल मिश्रा,दुर्गावाहिनी जिला संयोजिका संध्या मिश्रा,जिला मिलन प्रमुख विवेक चौरसिया,जिला बलोपासना प्रमुख माखन मिश्रा,सह मिलन प्रमुख अशोक गुप्ता,नगर अध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह,मंत्री अनिल मिश्रा,संयोजक रोहित राठौर,सह संयोजक अभिषेक सिंह,राकेश कुशवाहा,शेखर भारती,सेवा प्रमुख सुभाष सोनी,गौरक्षा प्रमुख आदित्य तिवारी,अमन श्रीवास्तव,अनुराग गुप्ता,धर्मेंद्र साहू,प्रदीप साहू,संदीप श्रीवास्तव,प्रीतम साहू,राजराखन गुप्ता एवं पंडाल के व्यवस्थापक दिनेश मिश्रा एवं मुकेश मिश्रा उपस्थित रहें।उक्त कार्यक्रम की जानकारी गगन अवधिया द्वारा दी गई।