विकाश शुक्ला/उमरिया। जिला चिकित्सालय उमरिया और यहां पदस्थ कर्मचारी आय दिन सुर्खियों में बने रहते हैं। कुछ दिनों पूर्व रिश्वत की मांग करने पर एक महिला संविदाकर्मी को उसके पद से पृथक किया गया था, तो वहीं बीते दिनों रिश्वत की मांग का ऑडियो जैसे ही कलेक्टर उमरिया के पास पहुंचा, तो उनके द्वारा स्वास्थ्य विभाग के सहायक ग्रेड 2 बाबू कौशल साकेत को निलंबित किया गया। आरोप है कि कौशल साकेत ने नियुक्ति और पदस्थापना के नाम पर एक महिला से पचास हजार रुपये के रिश्वत की मांग की, जिसका ऑडियो कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव के पास पहुंचा, तो उनके द्वारा कार्यवाही के लिए निर्देशित करते हुए कौशल साकेत को निलंबित कर दिया गया।
50 हजार की मांग में निलंबित हुए कौशल :
पाली ब्लाक की कमलेश बाई नाम की महिला से नियुक्ति, पोस्टिंग कराने के एवज में पचास हजार रूपये की लेन देन की बात मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में सहायक वर्ग 2 कौशल प्रसाद साकेत का फोन रिकार्डिंग प्राप्त हुआ, जिस पर श्री साकेत को दोषी मानते हुए मप्र सिविल सेवा नियम के तहत निलंबित कर दिया गया। वहीं निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय कार्यालय सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल नियत करते हुए कौशल साकेत को निलंबन अवधि में जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता की गई।
पहले भी लगे थे आरोप :
जिला अस्पताल मे खनिज मद की राशि को गलत तरीके से इस्तेमाल कर उसे मन मुताबिक खर्च करने सहित अन्य मामलों में हुई गड़बड़ी को लेकर ग्रेड-2 कौशल प्रसाद साकेत के ख़िलाफ़ शिकवा शिकायत का दौर चला, यही नही एफआईआर के पहले कौशल साकेत रिकार्ड लेकर भी कई दिनों तक गायब रहा। ये वही कौशल प्रसाद साकेत है, जिनके द्वारा पूर्व में भी स्वास्थ्य विभाग में खनिज मद के पैसों का मनमर्जी तरीके से वारा न्यारा करने के बाद भी जिम्मेदारों द्वारा इनके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही के बजाय हीलाहवाली की गई और तो और कौशल साकेत के पुराने कारनामों को नजरअंदाज कर मलाईदार पद में पुनः बैठा दिया गया।
कलेक्टर ने थमाया निलबंन पत्र..! :
पद पाकर प्रफुल्लित हो उठे मातहत द्वारा ऊपरी रोटी के जुगाड़ लगाने की कोशिश की गई, जिसमें नियुक्ति और पोस्टिंग के बदले में पचास हजार रुपये की डील फोन के माध्यम से तय हुई, जहां रिकार्डेड ऑडियो कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव के पास पहुंचा और श्री श्रीवास्तव ने जांच कर कार्यवाही के निर्देश देते हुए कौशल प्रसाद साकेत को निलंबित कर दिया।