(नेशनल फ्रंटियर) उमरिया। जिले के कोतवाली थाना अंतर्गत आने वाले ग्राम निगहरी में दो मासूमों की पानी में डूबने से मौत हो गई। बताया गया कि निगहरी (करौंदा) स्थित निजाम स्टोन क्रेसर संचालक के द्वारा पत्थर के खनन के बाद कई फुट गहरे तालाब नुमा गढ्ढे को छोड़ दिया गया था, जहां हमउम्र स्थानीय 4 मासूम नहाने गए थे, जिसमें दो मासूम शिवम पिता रघुवीर सिंह गोंड उम्र 6 वर्ष एवं अनुज पिता कमल सिंह गोंड उम्र 5 वर्ष दोनो की डूबने से मौत हो गई है। खनिज विभाग के उदासीनता के कारण जिले में संचालित क्रेसर संचालकों द्वारा मनमर्जी तौर पर खनन कार्य कर गढ्ढे को खुला छोड़ दिया जाता है, जिसमें इसी तरह की गम्भीर वारदातों के मामले घटते रहते हैं।
यह है मामला :
निगहरी स्थित निजाम क्रेशर के बगल में मौजूद खाई नुमा गहरे स्थल, जो तालाब की शक्ल ले चुका है, इसी स्थल में गांव के राहुल सिंह उम्र 5 वर्ष एवं जित्तू सिंह उम्र 5 वर्ष के साथ मृत दो मासूम नहाने गए थे, जहां शिवम पिता रघुवीर सिंह गोंड उम्र 6 वर्ष एवं अनुज पिता कमल सिंह गोंड उम्र 5 वर्ष दोनो की डूबने से मौत हो गई। अर्थात गांव के ही हम उम्र (लगभग 5-6 वर्षीय मासूम) नहाने गए दोस्तों में 2 मासूम निजाम क्रेसर द्वारा बनाये गए मौत की खाई में जा समाए, जहां उनकी जल समाधि बन गई।
करिन्दों की लापरवाही ने ली दो मासूमों की जान!:
जिले के अधिकांश स्थलों पर क्रेसर संचालक पत्थर का उत्खनन करने के बाद गढ्ढे नुमा स्थल को छोड़ देते हैं, जहां कई फिट अथाह पानी भरा रहता है, और लोग उसमें जाकर समा जाते हैं। वही निगहरी में भी हुआ। खनिज कार्यालय में बैठे जिम्मेदार जिनके कंधों पर जिम्मा है, कि वे अनियमितताओं को रोकें, वे भी पहुंच पावर और रसूख के कारण चुप्पी साधे बैठे रहते हैं। यही कारण है, कि अनदेखी के कारण इसी तरह की बड़ी घटनाएं हो जाती हैं, जिसमें मासूमों को जान देकर कीमत चुकानी पड़ती है।