सीधी
सीधी के एक मध्यम वर्गीय परिवार में जन्म लेकर सीमित संसाधनों के साथ शिक्षक पिता की देखरेख में अध्ययन करते हुए ,प्रशांत मिश्रा ने महामारी के दौर को अवसर में परिवर्तित कर अपने लक्ष्य को प्राप्त किया ।
सीधी उत्तर करौंदिया निवासी रिटायर्ड शिक्षक सूर्यपाल मिश्रा(पयासी)और श्रीमती सविता मिश्र के पौत्र ,अमित मिश्र शिक्षक कल्पना मिश्रा के पुत्र ने स्वयं की मेहनत से इतिहास बना दिया है ।
प्रशांत की प्रारंभिक शिक्षा सीधी केे प्रतिष्ठित मिशनरी विद्यालय गांधी स्कूल से ग्रहण की, तत्पश्चात एक्सीलेंस स्कूल से कक्षा11 उत्तीर्ण की इसी दौरान समूचे देश मे लॉक डाउन लग गया और कक्षा 12 की पढ़ाई घर से ही कि।
इस पेंडेमिक काल को अवसर में बदल कर जी तोड़ मेहनत और कोटा स्थित कोचिंग सेंटर के स्टडी मटेरियल के सहयोग से प्रशांत ने यह उपलब्धि हासिल की ।
प्रशांत की इस उपलब्धि ने जहां पूरे परिवार को दीपावली का दुगना उपहार दिया है और परिवार जन खुशियां मना रहे, वही समस्त विद्यालय परिवार ने प्रशांत को उनकी उपलब्धि के लिए शुभकामनाएं प्रदान की है, तो दूसरी तरफ प्रशांत के पिता ने
कहा कि बेटे ने कोरोना काल मे कड़ी मेहनत की जो भी सहयोग मुझसे हो सकता था मैंने किया बाकी सब उसकी मेहनत का नतीजा है उसकी उपलब्धि ने मेरा सर फक्र से ऊंचा कर दिया है ।
: अमित मिश्रा
बता दे प्रशांत बचपन से ही होनहार रहे हैं ,उनके पिता ने कई वर्षों तक सरस्वती शिशु मंदिर मडरिया में अध्यापक का कार्य करते रहे वर्तमान में एक्सीलेन्स स्कूल में शिक्षक है ने काफी मेहनत और परिश्रम से बच्चों की परवरिश की।
बाकी प्रशांत की मेहनत ने अपना काम कर दिया ।ऐसा कभी कभार ही होता है कि पहले प्रयास में ही छात्रों को neet परिक्षा में सफलता मिले किन्तु कहा जाता है कि मेहनत और सब्र का फल हमेशा मीठा ही होता है और हुआ भी
यही प्रशांत के द्वारा की गई मेहनत और परिवार के दिये गए आशीर्वाद से प्रशांत ने यह उपलब्धि हासिल कीहै ।जिस पर सभी को गर्व है ।
नेशनल फ्रंटियर परिवार प्रशांत की उपलब्धि के लिए और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं देती है वे इसी प्रकार सीधी और अपने परिवार का नाम रोशन करें ।