नेशनल फ्रंटियर, उमरिया। जिले में कलेक्टर ने रिश्वत मांगने के आरोप में दो कर्मचारियों को निलंबित कर दिया। कलेक्टर ने आज राजस्व विभाग के दो कर्मचारियों को एक साथ निलंबित किया, निलंबित राजस्व निरीक्षक और कार्यालय सहायक वर्ग 3 द्वारा कैम्प निवासी मोहम्मद अल्ताफ़ व सुभाष गंज निवासी उमरिया पुष्कर मिश्रा पर बाउंड्री वाल तोड़ने तथा दुकान तोड़ने की कार्यवाही करने का दबाव बनाकर पैसे मांगने पर कलेक्टर ने कार्यालय सहायक वर्ग 3 शेख इरशाद मंसूरी और राजस्व निरीक्षक वैशाखू राम प्रजापति को निलंबित कर दिया। बता दें कि इन दिनों भू-धारणा के तहत लोगों को पट्टे देने की महत्वाकांक्षी योजना प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई है, इसके तहत अपनी स्वच्छ छवि बनाये रखने वाले उमरिया कलेक्टर शायद किसी तरह की अनियमितता बर्दाश्त नहीं करना चाहते, जिसे लेकर लम्बे समय से उक्त कर्मचारियों के विरुद्ध मिल रही शिकायत पर आज निलंबन की कार्यवाई की गई।
धारणाधिकार में आवेदन के बाद भेज रहे थे नोटिस! :
आज कलेक्टर द्वारा किये गए कर्मचारियों की कार्यवाई में शिकायतकर्ता द्वारा कलेक्टर उमरिया से शिकायत की गई, कि कई वर्षों से काबिज होने के बाद भू-धारणाधिकार के तहत उनके द्वारा आवेदन किया गया था, बावजूद इसके राजस्व निरीक्षक (नजूल) और बाबू के विरुद्ध नोटिस भेजकर मामले के रफादफा करने की आड़ में पचास हजार रुपये रमेश रावत तहसीलदार के नाम पर और दो हजार स्वयं के लिए रिश्वत की मांग की। उक्त शिकायत को संवेदनशीलता के साथ लेते हुए कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने बैसाखू प्रजापति राजस्व निरीक्षक (नजूल) व शेख इरशाद मंसूरी उर्फ बंटी सहायक वर्ग-3 को निलंबित कर दिया।