सीधी। अजय मिश्रा जबलपुर में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं और उनके अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं। इन गुडों पर कड़ी कार्रवाई करने के बजाय सीधी पुलिस अजय मिश्रा के मामले की फाइल को ठंडे बस्ते में डाल रखा है। सीधी पुलिस की लचर कार्रवाई को देखने के बाद परिजन भाजपा प्रदेशाध्यक्ष से मिलकर न्याय दिलाने की गुहार लगाएंगे।
सीधी में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। पिछले कुछ वर्षों से अपराध को लेकर सीधी पुलिस की कार्यशैली पर लगातार सवाल उठते रहे हैं। सीधी पुलिस अपराध पर लगाम लगाने के बजाय अपराधियों के साथ खड़ी नजर आई है। कुछ माह पहले ही पत्रकारों द्वारा जब गुंडागर्दी के खिलाफ आवाज उठाई गई थी तो सीधी पुलिस कार्रवाई करने के बजाय इन पत्रकारों का ही उत्पीड़न शुरू कर दिया था। धरने पर बैठे पत्रकारों के साथ सीधी पुलिस ने वह व्यवहार किया जो बड़े अपराधियों के साथ भी अमूमन नहीं किया जाता। सीधी पुलिस द्वारा किए गए पत्रकारों के उत्पीड़न का मुद्दा जब राष्ट्रीय मीडिया में उछला और पूरे देश में सीधी की बदनामी हुई तब जाकर पत्रकारों को छोड़ा गया। इसके अलावा भी कई ऐसी घटनाएं हुई है जिसने हमेशा सीधी पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं।
सीधी कोतवाली से लगभग दो किलोमीटर की दूरी पर पड़ैनिया में तलवार और लाठी डंडों से लैस दो दर्जन से ज्यादा गुडे इकट्ठा होते हैं, नाबालिग लड़की के अपहरण का प्रयास और बचाव में आए उसके पिता के साथ तब तक मारपीट करते हैं जब तक वह मरणासन्न स्थिति में न पहुंच जाएं। और सीधी पुलिस इन गुडों पर कार्रवाई करने के बजाय पहले तो परिजनों का मानसिक उत्पीड़न करती हैं, फिर मामूली धाराओं में मामला दर्ज कर अपने काम से इतिश्री कर लेती है। पांच दिन से ज्यादा का समय बीतने के बाद भी कार्रवाई के नाम पर वही ढाक के तीन पात वाली कहावत चरितार्थ होती है। अब अगर सीधी पुलिस गुडों-अपराधियों को इस तरह से शह देगी तो उनके हौसले बुलंद होंगे ही न।
आखिर क्यों नहीं हो रही गिरफ्तारी?
घायल अजय मिश्रा इस समय जबलपुर के एक अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जंग कर रहे हैं। तलवार जैसे घातक हथियार का प्रयोग होने से उनके सर पर गंभीर रूप से घाव हुआ है। हमले के बाद उन्होंने हमलावरों के नाम स्पष्ट रूप से बताए थे। पर पुलिस इन गुडों को गिरफ्त में लेने के बजाए कार्रवाई के नाम पर चुप्पी साध रखी है।
भाजपा नेता की दखल
परिजनों का आरोप है कि सीधी पुलिस पड़ैनिया के एक बड़े भाजपा नेता के दवाब के कारण कोई भी कार्रवाई करने के बच रही है। इसी भाजपा नेता के इशारे पर ही अजय मिश्रा पर गंभीर रूप से हमला किया गया। परिजनों ने बताया कि वह पिछले एक वर्ष से लगातार पुलिस में शिकायत कर रहे हैं कि इन गुडों से उन्हें खतरा है, एक वर्ष पूर्व भी गुडों द्वारा वारदात को अंजाम दिया गया था, जिस पर पुलिस द्वारा कोई एक्शन न लेने के कारण इन गुडों के हौसले बुलंद है। उन्होंने खतरे का अंदेशा जताते हुए एसपी कार्यालय में भी इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई थी। पर इस स्थानीय भाजपा नेता के कारण कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिससे गुडों ने अजय मिश्रा के ऊपर न केवल प्राणघातक हमला किया बल्कि उनकी नाबालिग लड़की के अपहरण का प्रयास भी किया।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष से परिजन लगाएंगे गुहार
सीधी पुलिस से न्याय मिलता न देख अब परिजन सीधी दौरे पर आने वाले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा से न्याय की गुहार लगाएंगे। परिजनों ने बताया कि वह भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के सामने इस भाजपा नेता के कारनामों का चिट्ठा भी खोलेंगे। गौर करने वाली बात है कि इस स्थानीय भाजपा नेता पर हमेशा ही अपराधियों को संरक्षण देने के गंभीर आरोप लगते रहे हैं।