कुलदीप तिवारी की रिपोर्ट
रीवा। रिश्तों को तार-तार कर देने वाली वारदात रीवा से निकल कर सामने आई है जहां एक पत्नी ने अपने पति की हत्या कर शव को 17 महीने तक भूसे में गाड़े रखा। हत्या की वारदात में उसके देवर ने साथ दिया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने पांच दिन पहले मिले नरकंकाल की गुत्थी को सुलझाते हुए वारदात का खुलासा किया।
25 अक्टूबर की सुबह। रीवा जिले के मऊगंज थाना इलाके के निबिहा गांव में गर्दन कटा नरकंकाल मिला। मऊगंज थाना प्रभारी श्वेता मौर्य मौके पर पहुंचीं। उन्होंने हत्या की आशंका पर सीन ऑफ क्राइम मोबाइल यूनिट के प्रभारी डॉ. आरपी शुक्ला को बुलाया। FSL टीम ने जांच की। नरकंकाल को संजय गांधी मेडिकल कॉलेज की फॉरेंसिक लैब भेजा। बिसरा सागर लैब भेजा गया। फॉरेंसिक एक्सपर्ट डॉ. आरपी शुक्ला ने जांच के बाद बताया था कि कंकाल 35 साल के आसपास के युवक का है। एक्सपर्ट ने शव 2 महीने पुराना होने की आशंका जताई थी। मारने के बाद लाश भूसे में छिपाकर रखी गई थी।
पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने बताया, कंकाल निबिहा गांव के बेलूहा बांध के नजदीक भाठी जंगल में मिला था। FSL टीम से पुष्टि हो ही चुकी थी कि हत्या हुई है। कंकाल के साथ हाथ का कड़ा, धागा, कलर किए बाल, बनियान और पेंट-शर्ट भी थे। पुलिस ने सोशल मीडिया के जरिए पता लगाया। लोगों ने शिनाख्त उमरी श्रीपत निवासी रामसुशील पाल (42) के रूप में की।
गांववालों ने बताया कि रामसुशील गांव में दिखाई भी नहीं दे रहा है। पत्नी विटोल पाल गांव में ही है। दोनों में अक्सर झगड़ा होता था। पति-पत्नी में झगड़े की बात पर पुलिस ने सबसे पहले पत्नी विटोल पाल उर्फ रंजना को ही राउंडअप किया। उसने सच उगल दिया
मृतक रामसुशील की पत्नी विटोल उर्फ रंजना ने बताया- रामसुशील से मैंने दूसरी शादी थी। 4 साल पहले हमारी शादी हुई। पहली पत्नी का निधन हो गया था। पति आए दिन मुझसे झगड़ा करता था। उसका परिवार में भी जमीन विवाद चल रहा था। ऐसे में 2 साल पहले मैं देवर गुलाब पाल के करीब आ गई। इसका पता पति को लग गया था, वह मुझसे मारपीट करने लगा।
गुलाब, रामसुशील के चाचा का लड़का है। रामसुशील को मारने के लिए मैंने समोसे की चटनी में जहर दिया था। जब मुझे ये कन्फर्म हो गया कि पति की मौत हो चुकी है तो मैंने देवर को खबर कर दी। देवर ने ये सोचकर कि कहीं रामसुशील जिंदा न बच जाए, उसका गला काट दिया।
रंजना ने बताया, देवर ने कहा कि भाई (पति) के रहते हम साथ नहीं रह सकते। हमने उसे मारने का प्लान बनाया। मई 2021 की रात मैंने समोसे की चटनी में जहर मिलाकर पति को खिला दिया। जब वह मर गया, तो देवर को खबर कर दी। देवर, अपने भाई अंजनी को लेकर घर आया। पति जिंदा न बचे, इसलिए धारदार हथियार से देवर ने पति का गला काटकर शव बोरी में भर दिया।
दूसरे दिन देवर साइकिल से लाश वाली बोरी लेकर चाचा रामपति पाल के खेत पहुंचा। वहां भूसे वाले कमरे में लाश दबा दी। इस काम में चाचा के लड़के गुड्डू पाल, सूरज पाल ने भी मदद की। भूसा खत्म होने लगा तो 24 अक्टूबर 2022 को बोरी लाकर नाले में फेंक दी।
पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया, 2 फरार
पुलिस ने इस मामले में विटोल पाल उर्फ रंजना पाल (40), उसके देवर गुलाब पाल (35) पुत्र मोहन पाल, अंजनी पाल (38) पुत्र मोहन पाल, रामपति पाल (65) पुत्र रमई पाल को गिरफ्तार कर लिया है। गुड्डू और सूरज फरार हैं।