नेशनल फ्रंटियर, उमरिया। बीते दिन बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के सुरक्षा श्रमिक धरने पर थे, जिनका धरना जल्द ही निराकरण के आस्वासन के बाद समाप्त हो गया। बीटीआर के सुरक्षा के लिए तैनात सुरक्षाकर्मी मंगलवार को धरना पर बैठ गए थे। सातसूत्रीय मांगों को लेकर धरना पर बैठे सुरक्षा श्रमिक अपनी मांग पर अड़े हुए थे। जहां मध्यप्रदेश की जनजातीय मंत्री मीना सिंह भी पहुंची थी। और प्रबंधन के साथ तालमेल बैठाते हुए सुरक्षा श्रमिकों और पार्क प्रबंधन में सहमति बनी। बता दें कि राशन भत्ता सहित, विनियमितिकरण और समय पर वेतन के भुगतान और अन्य मांगों को लेकर बांधवगढ़ टाइगर के मुख्यालय ताला के मुख्य द्वार पर धरने पर सुरक्षा श्रमिक बैठे हुए थे।
प्रबंधन से पहले नहीं बनी सहमति :
सात सूत्रीय मांगों को लेकर धरने पर बैठे श्रमिकों की सोमवार को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन के अधिकारियों से बातचीत भी हुई थी। किन्तु बातचीत विफल रही और मंगलवार को सुबह से ही धरने पर बैठ गए। सुरक्षा श्रमिको के धरना मे मंगलवार को शाम मानपुर विधायिका और प्रदेश की जनजातीय मंत्री मीना सिंह धरना स्थल पहुंची। और सुरक्षा श्रमिकों से बात की और टाइगर रिजर्व के अधिकारियों और सुरक्षा श्रमिकों के बीच चर्चा हुई। सहमति बन सकी और धरना समाप्त हुआ।
45 दिन का प्रबंधन ने मांगा समय :
बताया गया कि डेढ़ माह तक़रीबन 45 दिन के समय में मांगों को सुलझाने के लिए प्रबंधन ने आश्वासन दिया। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन के सहायक संचालक सुधीर मिश्रा ने बताया कि सुरक्षा श्रमिक 7 सूत्रीय मांगों को लेकर धरने पर बैठे हुए थे। बातचीत के बाद हमारे वरिष्ठ अधिकारियों ने जल्द मांगों को सुलझाने के लिए कहा है। इसके लिए एक कमेटी गठित की जाएगी। जो मांगों को लेकर विचार करेगी और बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व स्तर पर जो मांगे होंगी उन्हें सुलझाने का प्रयास किया जाएगा, जबकि शासन स्तर की मांगों को शासन को भेजा जाएगा।