नेशनल फ्रंटियर, उमरिया। जिला कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव का तबादला आदेश आते ही, जिला कलेक्टर ने भ्रष्टाचारी एपीडिमियोलॉजिस्ट को अन्यत्र जिले में स्थानांतरित करने पत्र मिशन संचालक को लिखा है। अनिल सिंह एक संविदाकर्मी कर्मचारी था, जिसे स्वास्थ्य विभाग के अन्य प्रभार भी नियम विरुद्ध सौंपे गए थे। भ्रष्टाचार के कारण सुर्खियों में रहे अनिल सिंह ने हाल ही में ब्राम्हण समाज को लेकर अनैतिक पोस्ट व्हाट्सएप्प स्टेटस में लगाया था, जिसके बाद आक्रोशित ब्राम्हण समाज ने कड़ी कार्यवाही की मांग का ज्ञापन सौंपा था।
कलेक्टर ने लिखा पत्र :
आज उमरिया कलेक्टर ने मिशन संचालक को पत्र लिखकर एपीडिमियोलॉजिस्ट अनिल सिंह को अन्यत्र जिले में स्थानांतरण करने की मांग की है। अनिल सिंह भ्रष्टाचार को लेकर जिले में सुर्खियां बटोर रहे थे, जबकि हाल ही में अपने एक अनैतिक पोस्ट के कारण विवादों में भी रहे हैं। जिससे जिले भर के ब्राम्हण समाज निलंबित कर उचित कार्यवाही की मांग कर रहा थे, इसके लिए ब्राम्हण समाज ने ज्ञापन भी सौंपा था। कलेक्टर ने ज्ञापन को आधार बनाकर अन्यत्र जिले में भेजने की मांग मिशन संचालक से की।
सीएमएचओ ने किया कार्यमुक्त :
वैसे तो विवादों और भ्रष्टाचार को लेकर सुर्खियों में रहने वाले अनिल सिंह को बचाने का आरोप सीएमएचओ पर भी लगा। जहां उनके द्वारा अपने साथ ही दिल्ली तक लेकर चले गए। उमरिया वापस आने के बाद सीएमएचओ ने डीपीएम के प्रभार से अनिल सिंह को हटाकर शारदा प्रसाद गुप्ता को प्रभार सौंपने आदेश जारी कर दिया।