सीधी। एकदिवसीय दौरे पर सीधी पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक्शन मोड में नजर आए । दरअसल जनसेवा अभियान कार्यक्रम में शामिल सीएम शिवराज ने मंच से ही जिले के तीन अधिकारियों को सस्पेंड कर सभी महकमो में हड़कंप मच गया। हालांकि इस दौरान सीएम ने अच्छा काम करने वालों की तारीफ भी की है। मुख्यमंत्री ने जनसेवा अभियान के अंतर्गत लोगों को विभिन्न योजनाओं के स्वीकृति-पत्र वितरित किए।
आमसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे मनरेगा परियोजना अधिकारी प्रदीप शुक्ला की कई शिकायतें मिली हैं। वे अभी कटनी में पदस्थ हैं। सीधी में पदस्थ रहने के दौरान उन्होंने कई गड़बड़ी की हैं। वे कटनी में हैं, वहां भी गड़बड़ी कर रहे हैं, मैं उन्हें तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करता हूं। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने प्रभारी तहसीलदार रामपुर नैकिन आंचल अग्रहरी, सीधी के पूर्व मनरेगा अधिकारी प्रदीप शुक्ला व जिला शिक्षा अधिकारी सीधी पवन सिंह को भी सस्पेंड किया है। वहीं जिला शिक्षा अधिकारी को लेकर सीएम ने कहा कि उनके वीडियो वायरल हो रहे हैं। उनको भी तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करता हूं। जबकि रामपुर नैकिन के प्रभारी तहसीलदार आंचल अग्रहरी की लगातार शिकायत आने की बात कही सीएम शिवराज ने कहा कि उन्हें एक जगह से हटाकर दूसरी जगह भेजा। उनकी वहां से भी बहुत शिकायतें आ रही हैं। मैं उनको भी सस्पेंड करता हूं।
सीएम का ताबड़तोड़ एक्शन देख लोगों ने जमकर तालियां बजाईं। संबोधन के दौरान CM ने कहा कि मैं किसी के खिलाफ नहीं हूं। सब प्रशासन के अंग हैं। अच्छा काम करने वालों को सम्मानित करेंगे। गड़बड़ करने वालों पर कार्रवाई करेंगे। यह नहीं चलेगा। काम में पारदर्शिता जरूरी है।
आखिर क्यों हुए सस्पेंड
सस्पेंड हुए अधिकारियों में
1. रामपुर नैकिन प्रभारी तहसीलदार- आंचल अग्रहरी
2. पूर्व मनरेगा अधिकारी सीधी प्रदीप शुक्ला
3. जिला शिक्षा अधिकारी सीधी पवन सिंह
बहरी में तहसीलदार रहने के दौरान कई नामांतरण प्रकरणों को लेकर पूर्व मंत्री ने धरना दिया था। सीधी जिले के बहरी तहसील में पदस्थ प्रभारी तहसीलदार आंचल अग्रहरी के कार्यप्रणाली के खिलाफ पूर्व मंत्री व सिहावल विधायक कमलेश्वर पटेल ने धरना प्रदर्शन दिया था। साथ ही वहां से हटाने की मांग की थी। जिसमें हजारों ग्रामीणों के साथ पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल ने दिन और रात में धरना दिया था। जिसके बाद उसका ट्रांसफर रामपुर नैकिन तहसील में कर दिया गया था। और अब सीएम शिवराज की मुझसे बड़ी कार्रवाई देखते हुए उन्हें निलंबित कर दिया।
पूर्व मनरेगा अधिकारी पर लगे थे वित्तीय अनियमितता का आरोप
पूर्व मनरेगा अधिकारी प्रदीप शुक्ला पर वित्तीय अनियमितता का आरोप कई ग्राम पंचायतों के द्वारा लगाया गया था। जिस पर संज्ञान लेते हुए जिला पंचायत सीईओ राहुल नामदेव धोटे के द्वारा प्रतिवेदन भेजा गया था। जिस पर आज सीएम शिवराज ने कार्यवाही की है।
अतिथि शिक्षक की वेतन देने के विरुद्ध मांगे थे रिश्वत ऑडियो हुआ था वायरल
शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल हटवा खास में पदस्थ अतिथि शिक्षक मौसम शुक्ला का वेतन भुगतान के लिए तत्कालीन प्राचार्य हटवा खास एवं वर्तमान में निलंबित जिला शिक्षा अधिकारी सीधी पवन सिंह के द्वारा रिश्वत लेने का विडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था जिसपर आज सीएम शिवराज ने कार्यवाही की है।