आस्था नगरी हरिद्वार लोक कला और संस्कृति के रंगों से सज रही है त्रिवेंद्र सरकारने इस बार कुम्भ के दौरान सम्पूर्ण हरिद्वार नगर को लोक कला और संस्कृति के रंगो और पौराणिक कथाओं के चित्रों से रंग दिया है। सरकार की तरफ से धर्म नगरी को सजाने सवारने के साथ स्वच्छ रखने के पुख्ता इंतजाम किये हैं।
“त्रिवेंद्र सरकार कुम्भ को भव्य और दिव्या बनाने के लिए कटि बध्ध है ,सरकार का प्रयास है की कुम्भ महा अभियान में आने वाले करोड़ों श्रद्धालु उत्तराखंड की लोक संस्कृतिक विरासत को जान और समझ सकें।”
देवभूमि हरिद्वार की सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण और संवर्धन के प्रति सरकार गंभीर दिख रही है। हरिद्वार कुम्भ २०१२१को इस लिए एक मौके के रूप में देखा जा रहा है इसीलिए दीवाल में चित्रों द्वारा सांस्कृतिक विरासत को जनमानस के समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा है।
कुम्भ क्षेत्र में समस्त सरकारी कार्यालयों पुल घाटों आदि की दीवारों को धार्मिक और पौराणिक चित्रों से सजाया जा रहा है।
देश और दुनिया भर के श्रद्धालुओं के मन में जो गहरी आस्था का भाव कुम्भ के प्रति है उस भाव को जागृत बनाये रखने का प्रयास सरकार द्वारा किया गया है जिस से जनमानस के मन में इस महाकुम्भ को यादगार बनाया जा सके।
हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण के ‘पेण्ट माय सिटी ‘अभियान के तहत धर्म नगरी के वातावरण को बदल कर रख दिया है। खली पड़ी दीवारों और रिक्त स्थानों में रंगरोगन और चित्रकारी ने जान मानस का मन मोह लिया है । देवी देवताओं धार्मिक परम्पराओं ,तो कहीं लोक संस्कृति के रंग बिखेरे गए हैं ,अत्यंत मनमोहक नजारा देखने लायक है।
कुम्भ मेला क्षेत्र को सजाने और चित्रकारी करने में विभिन्न संस्थाओं का सहयोग रहा है। सरकार की इच्छा के अनुरूप मेक माय सिटी अभियान से धर्म नगरी में परम्पराओं और संस्कृति के रंग देखने को मिलेंगे कुम्भ की तैयरियाँलगभग पुरम हो चुकी हैं ,इस बार का कुम्भ आयोजन दिव्या और भव्य होगा। कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक