दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली के प्रदूषण स्तर के खतरनाक तरीके से बढ़ने के लिए परेशान हैं किंतु यह प्रदूषण का स्तर लगभग हर उस क्षेत्र में खतरनाक स्तर पर है जहां उद्योगों के नाम पर विकास की इबारत लिखी जा रही है।
हम बात कर रहे हैं निगरी पावर प्लांट की जहां पर वायु प्रदूषण का स्तर काफी खतरनाक स्तर पर है ।निगरी निवास क्षेत्र जो भौगोलिक रूप से सिंगरौली जिले में आता है और जहां पर औद्योगिक घरानों के प्लांट स्थापित हैं ।उनके द्वारा फैलाया जा रहा वायु प्रदूषण काफी खतरनाक स्तर पा पहुँच गया है जिसका असर इस क्षेत्र से सटे सीधी के कुछ इलाकों पर भी पड़ रहा है ।
पंछी नदिया पवन के झोखे कोई सरहद न इन्हें रोके
गीतकार की ये पंक्तियां एकदम सही हैं ।निगरी निवास में स्थापित ये संयंत्र हैं तो भलाई के लिए हैं ,जहां ताप विद्युत के कारख़ाने स्थापित किये गए हैं और बिजली उत्पन्न की जा रही है लेकिन क्या ये औद्योगिक घराने विद्युत बनाने के साथ संबंधित क्षेत्र की जनता के लिए घातक भी हैं ?
अभी संबंधित क्षेत्र की जनता को भले ही इस बात का आभास न हो रहा हो किंतु इन स्थापित संयंत्रों से निकलने वाली खतरनाक गैसों ने क्षेत्र के वातावरण को प्रदूषित करना प्रारम्भ कर दिया है ।
हमारे संवाददाता ने जब निगरी स्थित जेपी पवरप्लांट के अलग अलग स्थानों में जाकर गूगल AQI से प्रदूषण के स्तर को नापा तो काफी चौकाने वाले परिणाम दिखाई दिए ।प्रदूषण का स्तर 6 नवंबर प्रातः9 बजे अपने न्यूनतम स्तर से ज्यादा पाया गया है ।जो आम जनमानस के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
होंगे दूरगामी परिणाम
प्रदुषण के बढ़ते स्तर ने निगरी निवास क्षेत्र में धीरे धीरे अपना असर करना प्रारम्भ कर दिया है क्षेत्र में श्वास सम्बन्धी शिकायते बढ़ गयी हैं।
श्वास रोगों के आलावा भी यह प्रदुषण अपने दूरगामी परिणाम लेकर चल रहा है।इस मामले में आखिर कार्यवाही कब होगी।
प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड जो छोटे छोटे दुकानदारों होटल संचालकों को तो बिन देखे मात्र सुचना मिलने पर नोटिस जारी कर देता है पर क्या इन बड़े औद्योगिक घरानो और संयंत्रों को नोटिस दिया जाता है या इस मामले पर संज्ञान लिया जाता है शायद इसका उत्तर किसी के पास नहीं।