विकाश शुक्ला/उमरिया। जिले के अतरिया में बनने वाले जलाशय (बांध) का रास्ता साफ हो गया है। बांध के विरोध में राजनैतिक रोटी सेंक रहे कुछ नेताओं के कारण 3 वर्षों से निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका था। उक्त बांध का विरोध कुछ नेताओं द्वारा आदिवासीयों को आगे कर किया जा रहा था, जिसके बाद आज जिला प्रशासन ने सख्त रवैया उठाते हुए, जल संसाधन विभाग द्वारा बनाये जाने वाले अतरिया बांध का रास्ता साफ करा दिया। इससे पहले प्रशासन द्वारा विरोध कर रहे लोगों को कई बार समझाने का प्रयास भी किया जा चुका था, किन्तु विरोध कर रहे लोग अपने बातों पर अडिग रहे। आज सुबह तकरीबन 9:00 बजे से दल बल के साथ जिला प्रशासन ने अतरिया में जिस स्थान पर बांध का कार्य शुरू किया जाना था, को छावनी में तब्दील कर कार्य शुरू कराने के लिए जुटा रहा।
तीन वर्षों से हो रहा था विरोध :
अतरिया बांध परियोजना को लेकर पिछले तीन वर्षों से विरोध की बयार बहाई गई। इसमें उन लोगों ने विरोध किया, जिनकी भूमि ही अधिग्रहित नहीं कि गई। जिन लोगों की जमीनों का दूर दूर तक कोई वास्ता नहीं था पीछले 3 वर्षों के भांति उनके द्वारा आज भी बड़ी संख्या में पुरजोर विरोध करने की कोशिशें की गई, लेकिन प्रशासन के सख्ती के आगे उनकी नहीं चल सकी।
मुआवजा ले चुके किसान :
उक्त बांध के निर्माण से 61 किसान प्रभावित हुए हैं, इन किसानों में 45 किसानों को मुआवजे की राशि दी जा चुकी है। वहीं शेष 11 किसानो के मुआवजे की राशि विभागीय सूत्रों के अनुसार फ़ौत होने या बैंक खाते की त्रुटि के चलते नहीं मिल सकी, जिन्हें जल्द ही दे दिया जाएगा। तक़रीबन तीन वर्ष पहले अगस्त वर्ष 2018 में अवार्ड पारित किया जा चुका है, जिसमें उक्त परियोजना को लेकर शासन ने लगभग 61 किसानों से 62.60 हेक्टेयर भूमि को अधिग्रहित किया।
बांध निर्माण कार्य शुरू:
दल बल के साथ राजस्व और जल संसाधन विभाग के मौजूदगी में जिला प्रशासन ने जलसंसाधन विभाग द्वारा बनाये जा रहे बांध परियोजना का कार्य प्रारंभ कराया। इसमें जिन लोगों की जमीनें नहीं थी, उनके द्वारा विरोध कर कार्य प्रभावित करने की कोशिशें की गई, जिसके बाद जिला प्रशासन के निर्देश पर कोतवाली थाना प्रभारी सुंदरेश सिंह मरावी द्वारा विरोध कर रहे 8 लोगों को धारा 151 के तहत गिरफ़्तार किया गया। वहीं प्रशासनिक सूत्रों की माने तो फ़िलहाल कई दिनों तक पुलिस की टुकड़ी उक्त स्थल पर तैनात रहेगी, ताकि भविष्य में बांध निर्माण का कार्य प्रभावित न हो सके।
कई काश्तकारों को मिलेगा लाभ:
उक्त बांध के निर्माण से कई काश्तकारों के सिंचाई का रास्ता साफ हो ज़केगा, लेकिन राजनितिक रोटीयां सेंक रहे तथाकथित लोगों के कारण तीन वर्षों से काम रुका पड़ा था, जबकि मुआवजा राशि का अवार्ड 2018 में ही पारित कर दिया गया था। इससे ग्राम अतरिया सहित मझौलीकला, डोगरगवा, जलधारा एवं आकाश पानी के सैकड़ो किसानों को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध हो सकेगा।