नेशनल फ्रंटियर, उमरिया। वैसे तो अधिकारियों को आदेशों का इंतजार रहता है, लेकिन आदेश के बाद भी देरी की जाए तो इसको लापरवाही या फिर मनमानी कहा जा सकता है। दरअसल मामला उमरिया जिले के शिक्षा विभाग का है, जहाँ शैक्षणिक संवर्ग (अध्यापक संवर्ग) के 7 वें वेतनमान के लिए आदेश के बाद भी एरियर भुगतान के द्वितीय क़िस्त जारी करने में लेटलतीफी की जा रही है। संकुल और विकास खंड शिक्षा अधिकारी करकेली में बैठे बाबू की तानाशाही के कारण बिल नहीं लग पा रहा है, इससे शिक्षकों में रोष है।
यह है आदेश :
यदि लोक शिक्षण संचालनालय का आदेश क्रमांक/ बजट/ऐरि./2021-22/ 611 दिनांक 1/10/2021 पर गौर फरमाया जाए, तो 31 अक्टूबर तक सातवें वेतनमान के एरियर राशि की दूसरी किस्त का भुगतान हो जाना चाहिए था, लेकिन विभाग की उदासीनता और संकुल सहित विकास खण्ड करकेली में बैठे बाबूओं की मनमानी के आगे लोक शिक्षण संचालनालय का आदेश दम तोड़ते दिखाई दे रहा है। यही नहीं उक्त आदेश में स्पष्ट किया गया है, कि प्रत्येक व्ही.सी. में इसकी मॉनिटरिंग की जावेगी। वहीं संभागीय संयुक्त संचालकों, जिला शिक्षा अधिकारियों से प्रत्येक व्ही.सी. इस संबंध में प्रमुख सचिव स्तर पर समीक्षा होगी।
लापरवाही की वजह दिवाली में टूटी आस:
जिस आदेश के अनुसार 31 अक्टूबर तक भुगतान होने चाहिए थे, उसे संकुल और विकासखण्ड कार्यालय ने अंगूठा दिखाने कोई कोर कसर नहीं छोड़ा, शायद उसी का प्रमाण है कि आज दिनांक तक भी भुगतान नहीं किया गया। शासन स्तर से भुगतान का आदेश और बजट उपलब्ध करा दिया गया, इससे शिक्षकों को आस थी, कि दीपावली मे भुगतान हो जाएगा। और त्यौहार अच्छे से मना सकेंगे, लेकिन लापरवाही के कारण भुगतान अभी तक नही हो पाया। हालांकि विभागीय सूत्रों का दावा है, की प्रकिया चल रही है, जल्द से जल्द सभी शिक्षकों का भुगतान हो जाएगा।
इनका कहना है –
इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी से नेटवर्क त्रुटि के कारण जवाब नही मिल सका।