आनंद अकेला की विशेष रिपोर्ट
सीधी। आज के इस दौर में वनों से भी मुनाफा कमाया जा सकता है। इसके लिए हमें वनों को समझना होगा। वनों से हमें कई ऐसे उत्पाद मिलते हैं जिसके आज पूरे दुनिया में अच्छी मांग है। इससे वनअंचल और इसके आसपास रहने वाले लोगों को अच्छा लाभ मिल सकता है। वनों से अगर हमें मुनाफा कमाना है तो हमें वनों का मित्र बनना होगा। यह बात बतौर मुख्य अतिथि वन मंडल अधिकारी सीधी क्षितिज कुमार ने कही।
प्राथमिक वनोपज सहकारी समिति मर्यादित शिवपुरवा सीधी जिले के छुहिया ग्राम पंचायत स्कूल प्रांगण में वार्षिक आमसभा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि वन मंडल अधिकारी सीधी क्षितिज कुमार ने संबोधित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राथमिक वनोपज सहकारी समिति मर्यादित शिवपुरवा के अध्यक्ष भारत लाल वर्मा व विशिष्ट अतिथि आईएफएस प्रशिक्षक सचिन (परिक्षेत्र चुरहट), जिला पंचायत सदस्य चंद्रावती साकेत, वन परिक्षेत्र अधिकारी नीलेश द्विवेदी सीधी, प्रबंधक (प्राथमिक वनोपज सहकारी समिति मर्यादित शिवपुरवा) सूर्य दीन प्रजापति, पूर्व संचालक (मध्य प्रदेश राज्य लघु वनोपज संघ) सुरेश सिंह परिहार, ग्राम पंचायत सरपंच वीना वर्मा, दिलीप सिंह, संजीव सिंह, वीरेंद्र सिंह (उपनी), सहित सैकड़ों ग्रमीण जन मौजूद रहे।
सभा को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि क्षितिज कुमार ने कहा कि अभी तक तेंदूपत्ता के द्वारा ही समिति को लाभ प्राप्त होता। उन्होंने बताया कि वनोपज में कई ऐसे उत्पाद हैं जिनमें काफी मुनाफा है। महुआ वनोपज के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि इसके बाजार में अच्छी मांग है। ऐसे में समिति ने इस दिशा में प्रयास करना शुरू दिया है। उन्होंने बताया कि हमारे देश के वनों में होने वाले महुआ की देश-विदेश में काफी मांग है। विदेश में की स्थानों में हमारे महुआ से बने बिस्किट और केक जैसे अन्य बेकरी उत्पाद को काफी पसंद किया जा रहा है। यही कारण है कि इनकी वहां मांग काफी ज्यादा है।
मुख्य अतिथि क्षितिज कुमार ने बताया कि हमारे जिले में बांस बड़ी संख्या में होता है। बांस की टोपी की बड़े बाजारों में अच्छी मांग है। ऐसे में अगर हम आकर्षक ढंग से बांस की टोपी को बाजार में उतारते हैं तो इससे बड़े व्यावसायिक लाभ होंगे। उन्होंने कहा कि हमारे पत्रकार साथी ने सीधी में एक बार चर्चा के दौरान बताया था कि लघु वनोपज संघ के प्रसंस्करण केंद्र से जुड़कर लोग अपने अंदर की कला, प्रतिभा को और अधिक निखार सकते हैं। ग्रामीण अंचल से जुड़े लोग इनकी अच्छे से वीडियोग्राफी और रिपोर्ट लिखकर बड़े समुदाय तक पहुंचा सकते हैं। इससे एक बड़ा वर्ग वनोपज के उत्पादों से न केवल जागरूक होगा बल्कि इनकी खरीदारी भी करेगा। जिससे इससे जुड़े लोगों को अच्छा खासा मुनाफा होगा।
मुख्य अतिथि क्षितिज कुमार ने बताया कि सीधी का खपरैल घर दुनिया में मशहूर है। इसे बनाने के लिए बहुत सारा बांस लगता है। सेंधा की लकड़ी लगती है, दूसरे प्रकार की बल्लियां लगती है। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया में पेड़ की कटाई माइक्रो प्लान के द्वारा बांस – बल्ली के अलावा जलाऊ लकड़ी भी मिल सकेगी, इसके लिए विनाश विहीन विदोहन कहां जाता है। उन्होंने प्रकाश डालते हुए बताया कि शासन ने निर्णय लिया है कि लघु वनोपज शिवपुरवा व ग्राम वन समिति में जो भी लाभांश प्राप्त होगा उसमें से 20 प्रतिशत उस क्षेत्र के समिति के संग्राहकों को मिलता रहेगा। उन्होंने समझाते हुए बताया कि 100 रुपये में से 20 रुपये उस क्षेत्र के लोगों को देना होगा कैसे उसे बढ़ाना है (कटाई )विदोहन का यही उद्देश्य रहता है। मेंधावी योजना अंतर्गत होनहार बच्चे बच्चियां पात्रता रखने वाले को यह लाभ मिल सकेगा रुपये 10,000 से लेकर 50,000 तक की पहली कक्षा से उच्च शिक्षा में प्राप्त पर विशेष छूट मिलती है।
मंचासीन अतिथि वन परिक्षेत्र अधिकारी सीधी निलेश द्विवेदी, जिला पंचायत सदस्य चंद्र वती साकेत, सरपंच छुहिया वीना वर्मा, समिति के अध्यक्ष भारत लाल वर्मा, प्रबंधक प्राथमिक वनोपज सहकारी समिति मर्यादित शिवपुरवा सूर्यदीन प्रजापति, सिंह, संजीव सिंह (छुहिया), वीरेंद्र सिंह पिंटू (उपनी), सहित कई गणमान्य पदाधिकारियों ने भी संबोधित किया एवं कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
संग्राहकों ने रखी समस्याएं
कार्यक्रम में तेंदूपत्ता लघु वनोपज संघ समिति शिवपुरवा के संग्राहकों ने वार्षिक आम सभा में शामिल होकर समिति के अंदर आने वाली नौ गांवों की सड़क, पेयजल, व्यवसायिक परेशानियों को कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डीएफओ सीधी क्षितिज कुमार के समक्ष संग्राहकों ने प्रस्तुत किया। मंचासीन सभी अतिथियों का माल्यार्पण कर भव्य स्वागत उपरांत कार्यक्रम का संचालन समिति के प्रबंधक सूर्य दिन प्रजापति ने किया।