विकाश शुक्ला/उमरिया। प्रकाश पर्व दीपावली के मद्देनजर जिला कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव के एक सराहनीय पहल ने दिया बेचने वालों के घर में दीपावली से पहले ही प्रकाश पुंज फैला दिया है, इससे सड़क किनारे बैठकर दिया बेचने वाले भी काफ़ी खुश नजर आ रहे हैं। मिट्टी और गोबर के दीये बेचने वाले कुम्हारों से नगर पालिका एवं नगर पंचायत क्षेत्र में किसी भी प्रकार का टैक्स नहीं लिया जाएगा। उक्त निर्देश जिला कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने दिया है। कलेक्टर श्री श्रीवास्तव ने दीपावली के अवसर पर नगर पालिका एवं नगर पंचायत अन्तर्गत मिट्टी एवं गोबर से बने दियों पर किसी भी प्रकार के कर नहीं लेने के आदेश जारी किये है। कलेक्टर ने सराहनीय पहल करते हुए दिया बेचने वाले कुम्हारों को दिवाली का बड़ा तोहफा दिया है। कलेक्टर ने निर्देशित किया है, कि दीवाली पर मिट्टी और गोबर के दीये बेचने वाले कुम्हारों से किसी भी प्रकार का टैक्स नहीं लिया जाए।
आर्टिफिशियल लाइट से छाया रोजी रोटी में अंधेरा :
दरअसल, बाजार में चाइना के दीपक और दूसरे सामान आ जाने से परंपरागत रूप से चलने वाले मिट्टी के दीयों की मांग बहुत कम हो गई है, कभी दिवाली का बाजार मिट्टी के दीयों से भरा रहता था, लेकिन धीरे-धीरे बाजार में चाइना के दीपक और दूसरे सामान आ गये, जिससे परंपरागत रूप से चलने वाले मिट्टी के दीये बेचने वालों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया।
आर्थिक चोंट से मिलेगी राहत :
हर साल दीपावली पर मिट्टी के दीये बेचने वाले कुम्हारों की माने, तो वे दुकान तो लगाते हैं, लेकिन पहले जितनी आमदनी नहीं होती और उसमें भी नगरीय प्रशासन बैठकी वसूल कर लेता था, जिससे दुकान लगाने पर देने वाले टैक्स से आर्थिक मोर्चे पर और चोट पड़ती है। लिहाजा उमरिया कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने एक अच्छे पहल के साथ जिले के नगरीय निकायों को निर्देशित किया है कि वे कुम्हारों से किसी तरह का कोई टैक्स ना लें और मिट्टी के सामान की बिक्री के लिए प्रोत्साहन दें। इसे लेकर जिला कलेक्टर के निर्देशों की सराहना भी हो रही है।
इनका कहना है :-
जिला कलेक्टर द्वारा सराहनीय पहल किया गया है, कुम्हारों की हालत बहुत खराब है, यदि हमेशा के लिए मिट्टी के पात्र बेचने वालों से किसी तरह का टैक्स नहीं लिया जाए तो वह और बेहतर होगा।
शकील खान (सचिव), प्रदेश कांग्रेस कमेटी
कलेक्टर महोदय के इस पहल से परंपरागत रूप से चलने वाले मिट्टी के दीयों की मांग को बढ़ावा देने की ओर एक प्रयास है, लिया गया निर्णय सराहनीय है।
धनुषधारी सिंह चंदेल (उपाध्यक्ष), भारतीय जनता पार्टी उमरिया