नेशनल फ्रंटियर, उमरिया। जिले में हुई बेमौसम बरसात में खरीदी केंद्र का जायजा लेने आज इतवार दोपहर तक़रीबन 2:00 बजे कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव क़ई खरीदी केंद्रों का निरीक्षण करने जा पहुंचे। इस दौरान मुख्य रूप से चंदिया कैप एवं कौड़िया उपार्जन केंद्र पर भंडारित धान का निरीक्षण किये और ज़रूरी निर्देश दिए। जिले के अधिकांश खरीदी केंद्रों में रखी धान बे-मौसम बरसात की वजह से भीग गई और कई क्वींटल धान के खराब होने का अंदेशा जताया गया। हालांकि विभागीय आंकड़ों में तो इस नुकसान का कोई उल्लेख नही है, पर माना जा रहा है कि उमरिया जिले में हुई बे-मौसम बरसात के कारण खुले में रखी औसतन हजारों क्वींटल धान भीग जाने से नुकसान हुआ है।
परिवहन के धीमे पहिये ने फेरा पानी :
वहीं परिवहन की शिथिलता और बे-मौसम बरसात ने शासन की मंशा पर ही जैसे पानी फेर दिया है। खरीदी केंद्र कछरा टोला में तो करींब 16 हजार क्विन्टल धान खरीदी गई है, परन्तु करींब 11 हजार क्विन्टल उपार्जन केंद्र पर ही रखी हुई है। इसी तरह कौड़ियां, नरवार उपार्जन केंद्रों में तो स्थिति और भी भयावह है। यहाँ रेडी स्टॉक के विरुद्ध परिवहन 30 फीसदी भी नही हो सका है। ये स्थिति महज एक दो खरीदी केंद्रों की नही है, बल्कि आधे दर्जन से अधिक खरीदी केंद्रों में परिवहन का टायर धीरे चल रहा है। रेडी स्टॉक के विरुद्ध समय पर परिवहन हो जाता तो शायद बे-मौसम बरसात से धान का बड़ा नुकसान नही होता।