विकाश शुक्ला/उमरिया। वन्यजीव के अवैध शिकार करने वाले दो आरोपियों को वन विभाग की टीम ने गिरफ्त में लिया है। जानकारी अनुसार पाली दुब्बार निवासी 40 वर्षीय अंजनी पिता बाबूलाल यादव और राजकुमार सेन पिता मुन्ना सेन उम्र तकरीबन 32 वर्ष को मुखबिर की सूचना के बाद दबिश देते हुए पकड़ा।
धमोखर रेंजर ने जानकारी देते हुए बताया कि स्टाफ मुखबिरों की सूचना पर सन्देश मिला था, जिसके बाद चंदिया वन परिक्षेत्र के अंतर्गत बीट क्रमांक 10 में घेरा बन्दी कर दबिश दी गई, तो पहले एक आरोपी अंजनी यादव पकड़ाया। उससे पूंछतांछ के दौरान मौके स्थल पर ले जाया गया, जहां चीतल को फंसा कर मारा गया था। दूसरे आरोपी की जानकारी के बाद उसे भी गिरफ्त में लिया गया। शिकार मामले में चीतल का खाल (चमड़ा), पैर खुर, मांस आदि की बरामदगी हुई। कार्यवाही बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के धमोखर रेंज के अमले द्वारा की गई। जिसके बाद वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 9, 39, 51 के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया। वहीं आरोपियों को चंदिया वन परिक्षेत्र के रेंजर को सूचित कर उन्हें सौंप दिया गया। जानकारी अनुसार आरोपियों से और भी पूंछतांछ की जा रही है। सम्भवतः शिकार मामले में अन्य आरोपियों के नाम को लेकर भी वन विभाग आशंका जता रहा है, जिसकी जांच आगे जारी होने की जानकारी दी गई। शिकारियो को पकड़ने में परिक्षेत्राधिकारी धमोखर विजय शंकर श्रीवास्तव, धौरखोह सहायक परिक्षेत्र राघवेंद्र शर्मा एवं वनरक्षक छत्रसाल त्रिपाठी की अहम भूमिका रही।