आनंद अकेला की रिपोर्ट
सीधी/भोपाल। सीधी के अमिलिया थाने में शनिवार की रात हैवानियत की हद को पार कर देने वाली घटना को लेकर प्रदेश की शिवराज सरकार पूरी तरह से संवेदनशील है। सरकार ने मामले को स्पेशल ट्रायल कोर्ट में संकेत दिए हैं। इस संबंध में प्रदेश के गृहमंत्री ने डीजीपी विवेक जौहरी से मामले को लेकर बातचीत कर इस पर तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
सीधी के अमिलिया थाने स्थित एक गांव के चौराहे के पास सड़क किनारे स्थित एक झोपड़ेनुमा दुकान में शनिवार की रात जो घटना घटी उसने पूरी मानवता को शर्मशार कर दिया। यहां रहने वाली एक 45 वर्षीय पीड़िता के पति की चार वर्ष पूर्व मौत हो चुकी थी। उसके दो बेटे जिनकी उम्र लगभग 18 और 19 साल है वो सूरत में रहकर काम करते हैं। पीड़िता महिला जीवकोपार्जन के लिए सड़क किनारे चाय और गुटके की दुकान खोली हुई है। इस दुकान में पीडि़ता अपनी बहन के साथ रहती थी। शनिवार की रात पीड़िता की महज एक गलती उसके जीवन का अभिशाप बन गई। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार को रात करीब बारह बजे गांव के ही रहने वाले चार लोग नशे की हालत में उसके झोपड़े के पास आए। उन्होंने महिला को आवाज देकर उससे पानी और गुटके की मांग करने लगे। महिला ने मौके की नजाकत को समझते हुए पानी और गुटका देने से मना कर दिया। यह बात नशे में धुत चारों आरोपियों को नागवार गुजरी। चूंकि यह झोपड़ीनुमा यह दुकान जो कि चारो तरफ टटिया से बनी हुई थी और गांव के बाहर आबादीवाले जगह से दूर थी इसलिए नशे में धुत आरोपियों की हिम्मत ज्यादा बढ़ गई। आरोपियों ने झोपड़ी की टटिया को तोड़ते हुए दुकान के अंदर घुस आए। इस पहले महिला अपना बचाव कर पाती चारों उस पर टूट पड़े। नशे में धुत चारों आरोपियों ने न केवल उसके साथ गैंगरेप किया बल्कि जाते-जाते वहीं पड़े चार फीट के लोहे के सरिया को उसके प्राइवेट पार्ट में डाल दिया। जिससे तेजी से रक्तस्त्राव होने लगा।
बहन को दी जान से मारने की धमकी
पीड़िता दुकान में अपनी छोटी बहन के साथ रहती थी। आरोपियों ने पीड़िता की हालत बिगड़ती देख वहां से भाग निकले और उसकी बहन को धमकी दी कि घटना के बारे में अगर किसी को जानकारी दी तो उसे मार देंगे। उसके जाने के बाद डरी हुई बहन ने फोन से जरिए लोगों को सूचना दी तथा आटो से पीड़िता को अमिलिया थाने ले गई जहां से उसे प्राथमिक अस्पताल ले जाया गया। पर बिगड़ती हालात को देख तुरंत सीधी के लिए रेफर किया गया। जहां रविवार को डाक्टरों द्वारा उसका आपरेशन कर सरिया को निकाला। पर पीड़िता की हालात में कोई सुधार होता न देख उसे तुरंत मेडिकल कालेज रीवा भेजा गया। जहां उसकी हालात नाजुक बनी हुई है।
सीधी पुलिस कर रही है मामले की जांच
वारदात के बाद अमिलिया पुलिस ने चारों आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया था। सोमवार को पूरे दिनभर चारों आरोपियों से पूछताछ चलती रही। साथ ही उनके बयान दर्ज किए जा रहे हैं। चारों आरोपियों में से तीन आरोपी ड्राइवर है तथा एक आरोपी पुजारी है और गांव में ही किराने की दुकान का संचालन करता है। सीधी पुलिस ने अस्पताल से सरिया को बरामद कर लिया है। साथ ही आरोपियों द्वारा घटना के वक्त पहने गए कपड़ों को जप्त कर लिया गया है। सीधी पुलिस ने चारों आरोपियों को रिमांड में लेकर घटना का रिक्रएशन कराएगी और उसकी वीडियोग्राफी करने के लिए उन्हें मौकास्थल पर ले जाएगी। साथ ही सभी का डीएनए टेस्ट भी कराने की तैयारी है।
मामला कर लिया गया है पंजीबद्ध
क्षेत्र आईजी उमेश जोगा के मुताबिक घटना बेहद दरिंदगी भरी है। अमिलिया थाने में भादवि की धारा 376,324,452 और 34 के तहत मामले को पंजीबद्ध कर लिया गया है। सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, मामले की विवेचना चल रही है उसके तथ्य होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
प्रदेश सरकार सख्त, चलाया जाएगा स्पेशल ट्रायल
सीधी में हुई वीभत्स घटना को लेकर प्रदेश की शिवराज सरकार बहुत सख्त है। प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बोला कि मामला बेहद संवेदनशील है, आरोपियों के खिलाफ स्पेशल ट्रायल चलाकर उन्हें जल्द से जल्द कठोर सजा दिलवाई जाएगी। इस संबंध में पुलिस को विशेष निर्देश दिए जा चुके हैं। पीड़ित परिवार को पूरा न्याय दिलाया जाएगा। इस संबंध में प्रदेश के डीजीपी विवेक जौहरी से भी उन्होंने बात की है।