आनंद अकेला की विशेष रिपोर्ट
भोपाल/सीधी। सीधी बस दुर्घटना के शिकार हुए लोगों को मुआवजा दिलाने के लिए बीमा कंपनी से अब मुकदमें को प्रदेश की शिवराज सरकार लड़ेगी। प्रदेश के पूर्व मंत्री और सिहावल से विधायक कमलेश्वर पटेल ने इस मुद्दे को लेकर सदन में स्थगन प्रस्ताव दिया था।
सोमवार को विधानसभा सत्र में पूर्व मंत्री और सिहावल से विधायक कमलेश्वर पटेल ने सीधी बस हादसे पर चर्चा को लेकर स्थगन प्रस्ताव लाया था। जिस पर लगभग दो घंटे तक चर्चा चली। चर्चा के दौरान कई बिंदुओं पर विशेष रूप से दोनो ओर से बातचीत हुई है। इस दौरान पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल ने हादसे के कारणों और प्रभावित परिजनों की मदद को लेकर अपनी बात रखी। पूर्व मंत्री एवं कांग्रेसी विधायक कमलेश्वर पटेल ने सदन से निकलकर बताया कि विपक्ष की तरफ से सीधी बस दुर्घटना को लेकर स्थगन प्रस्ताव लगाया गया है । विपक्ष ने इस स्थगन प्रस्ताव पर सदन में चर्चा की मांग की है और प्रस्ताव के अनुसार मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपए और एक परिजन को सरकारी नौकरी देने की मांग उठाई।
वहीं प्रदेश के परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि बस हादसे में मरने वालों के परिजनों को बीमा की राशि अधिक से अधिक दिलाने के लिए कोर्ट में सरकार केस लड़ेगी। उन्होंने कहा कि हादसे की मजिस्ट्रियल जांच हो रही है। जांच की रिपोर्ट में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।