नेशनल फ्रंटियर, बांधवगढ़। इन दिनों बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व में हाथियों की मौज चल रही है। उनकी ख़ातिरदारी जमकर की जा रही है। ये सेवा-सत्कार एक सप्ताह तक चलेगा। जिसमें बीटीआर के इन पहरेदारों के द्वारा जमकर लुफ़्त उठाया जा रहा है। बता दें कि मानसून सत्र में बीटीआर पर्यटकों के लिए बंद कर दिया जाता है। उसके बाद ये अक्टूबर से पुनः खोला जाता है। पार्क खुलने से पहले हाथी महोत्सव का आगाज किया जाता है, जहां ये महोत्सव इस बार 27 अगस्त से 2 सितंबर यानी 7 दिनों तक मनाया जा रहा है।
तेल मालिश के साथ स्वादिष्ट व्यंजन :
वर्ष भर में सात दिवस के लिए हाथी महोत्सव का आयोजन किया जाता है, जिसमें की हाथियों के लिए विशेष व्यंजन तेल मालिश और उनको सजाया जाता है। और विशेष यह है। कि उनसे इन 7 दिनों में किसी भी प्रकार का कार्य भी नहीं लिया जाता। जिसमें उन्हें गुड़, चना, रोटी, गन्ना, केला, सेव, अमरुद, मक्का, रोटी के साथ ही अन्य पसंदीदा भोज बीटीआर के पहरेदारी में जुटे गजराजों को परोसा जाता है। इन दिनों जिसका आनंद भी गजराज बख़ूबी उठा रहे हैं।
14 हाथियों की फ़ौज :
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 14 हाथियों का दल है। इन विभागीय 14 हाथीयों में 8 नर हाथी और 6 मादा हाथी हैं, इनमें से कुछ हाथियों को रेस्क्यू करके बांधवगढ़ लाया गया और उन्हें विभागीय कार्यों के लिए प्रशिक्षित किया गया। बताया जाता है, कि बांधवगढ़ में 6 हाथियों को रेस्क्यू कर लाया गया और 8 हाथी बांधवगढ़ में ही जन्म लिये। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व का का सबसे बुजुर्ग नर हाथी गौतम 76 वर्ष है। हालांकि इससे कोई कार्य नहीं लिया जाता।
किया जाता है स्वास्थ्य परीक्षण :
हाथी महोत्सव में हाथियों का विशेषज्ञो द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है। जिसमें हाथियों के रक्त नमूने, फीकल नमूने, मूत्र नमूने सहित स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है। इसी के साथ ही टाइगर रिजर्व में 7 दिन चलने वाले हाथी महोत्सव में हाथियों को नहलाया जाता है। और मालिश के साथ उनकी सजावट कर उन्हें उनकी पसंद का भोजन कराते हुए इन दिनों उनसे किसी प्रकार के कार्य भी नहीं लिया जाता है।
बांधवगढ़ के हाथियों की उम्र और नाम :
गौतम नर 76 वर्ष, अनारकली मादा 58 वर्ष, काजल मादा 44 वर्ष, श्याम नर 39 वर्ष, रामा नर 36 वर्ष, सुंदरगज नर 35 वर्ष, लक्ष्मण नर 25 वर्ष, अष्टम नर 20 वर्ष, बांधवीय मादा 11 वर्ष, सूर्या नर 10 वर्ष, पूनम मादा 9 वर्ष, गणेश नर 7 वर्ष, लक्ष्मी मादा 4 वर्ष व गायत्री मादा 10 माह शामिल हैं।