यूक्रेन संकट में रह रहे अप्रवासी भारतीयों और संघ(RSS)की अंतरराष्ट्रीय संगठन हिन्दू स्वयंसेवक संघ ने यूक्रेन में रह रहे भारतीय विद्यार्थियों की मदद के लिए कमर कस ली है ।
कीव से लेकर ओडेसा खरकोव,दनीप्रो, सूमी,चेर्नोवत्सी समेत अन्य शहरो में फसे भारतीयों की मदद संघ के स्वयंसेवक कर रहे हैं।हंगरी रोमानिया चेक और पोलैंड की बार्डर से भारतीयों को निकालने की रणनीति बनाई जा चुकी है। स्थानीय भारतीयों ने ने गूगल फार्म भरवा कर अपने देशों के राजनयिकों से जानकारी साझा की जा रही है ।दनीप्रो में अतुल सेठ खरकोव में विपुल सेठ सूर्यमणि दिवाकर ओडेसा में मुकेश सूमी में मनीष राठी ,आदि कार्यकर्ता मदद करने में जी जान से लगे हुए हैं ।छात्रों को भाषा के कारण दिक्कतें आ रही है,इस परिस्थिति में हिन्दू स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता मदद के लिए आगे आ रहे हैं ।
सेठ बंधुओं ने जो मूलतः हरियाणा से हैं उन्होंने अपने ऑफिस को आश्रय स्थल बना दिया है साथ ही रेस्टोरेंट में भोजन की व्यवस्था की गई है ।
चुनौती बड़ी है ,लगभग 20000 छात्र तथा 8000 से ज्यादा लोग यूक्रेन में निवासरत हैं ।अभी तक 8000 के लगभग लोगो को सुरक्षित निकाला जा चुका है ।रूस के बॉर्डर के पास के इलाके में फसे लोगो को निकालना काफी चुनौतीपूर्ण है।।
हिन्दू स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता भारतीयों से सम्पर्क बनाये हुए हैं ,और यूरोपीय देशों के कार्यकर्ताओं से उपलब्ध जानकारी साझा कर रहे हैं यूक्रेन की सीमा से लगे हंगरी रोमानिया पोलैंड और चेक के रास्ते से भारतीयों को तत्काल निकाला जा रहा है।