भोपाल। कोरोना के चलते लागू किए गए तमाम तरह के प्रतिबंधों की वजह से अन्य त्योहारों की ही तरह नए साल के आगाज का जश्न भी इस बार पूरी तरह से फीका रहने वाला है। इस संक्रमण के डर से लोगों ने पर्यटक स्थलों से अब भी दूरी बनाई हुई है। यही नहीं कोरोना गाइड लाइन के चलते कई राज्यों में पर्यटन स्थलों पर कई तरह के प्रतिबंध लागू हैं। इसकी वजह से देशी-विदेशी सैलानियों की संख्या भी बहुत कम बनी हुई है। इसके चलते अब लोगों द्वारा स्थानीय डेस्टिनेशन को ही अहमियत दी जा रही है। इस वजह से हालात यह बने हुए हैं कि कई तरह के ऑफर देने के बाद भी होटलों में बुकिंग 50 फीसदी से ऊपर नहीं जा पा रही है। इसके अलावा ग्राहक नहीं मिलने की वजह से इवेंट कंपनियों को भी लगातार घाटा हो रहा है, जिसकी वजह से उनके द्वारा भी विभिन्न आयोजनों में रुचि नहीं ली जा रही है। इस वजह से होटलों की बुकिंग आधी से भी कम रह गई है। इस वजह से इस साल के सितंबर माह तक होटल इंडस्ट्री के रेवेन्यू में 53 फीसदी तक की गिरावट बनी हुई थी।
नहीं होंगे कई तरह के जश्न
टूरिस्ट प्लेस वाले अधिकांश शहरों में नाइट कर्फ्यू व कड़े प्रतिबंध लगे हुए हैं। इसकी वजह से वहां पर होटल बुकिंग व पर्यटन से जुड़ी गतिविधियों का कारोबार नाममात्र का ही रह गया है। यह बात अलग है कि कर्नाटक, पंजाब ने इस मामले में राहत दी है। कर्नाटक में रात्रिकालीन कर्फ्यू का आदेश सरकार द्वारा वापस ले लिया गया है।
इन शहरों में बढ़ रही है होटल की बुकिंग
जयपुर, उदयपुर, गोवा, शिमला, मनाली, आगरा, वृंदावन, वाराणसी, कोच्चि, पुडुचेरी, पुरी, तिरुपति, शिरडी में इस सीजन में होटल में 70-75 फीसदी तक ऑक्यूपेंसी रिकवरी होने लगी है। इस माह में अब तक करीब 20-25 फीसदी तक की वृद्धिहो चुकी है।
होटल एंड रेस्टोरेंट मार्केट एक नजर
– 4.25 लाख करोड़ रुपए का है रेस्टोरेंट मार्केट है देश में।
-1.61 लाख करोड़ का कारोबार है देश में होटलों का ।
-33 फीसदी से अधिक रेस्टोरेंट व बार स्थायी रूप से बंद हुए।
-60 फीसदी हिस्सा रेस्टोरेंट मार्केट का असंगठित, 40 फीसदी संगठित।
यह हैं राज्यों के हाल
राजस्थान : 40 फीसदी से भी कम बुकिंग
प्रदेश के जयपुर, बीकानेर, जैसलमेर, जोधपुर, कुंभलगढ, माउंटआबू उदयपुर, सवाई माधोपुर सरिस्का, बूंदी में हर वर्ष देश-दुनिया से सैलानी नववर्ष मनाने के लिए आते थे। इस बार यहां पर पर्यटक अब तक नदारत हैं। इसकी वजह से इन शहरों में अब तक रौनक नहीं लौट रही है।
– 12,000 से ज्यादा छोटे-बड़े होटल हैं प्रदेश में
– 5,000 करोड़ से ज्यादा का बिजनेस क्रिसमस से नव वर्ष तक
– 40 फीसदी से भी कम हुई है होटलों में इस बार बुकिंग
– 50 हजार लोग हर साल अन्य राज्यों से आते थे न्यू ईयर मनाने
मध्यप्रदेश में सिर्फ 20 फीसदी तक सीमित
– क्रिसमस पर रहा 80 फीसदी तक कम कारोबार <60 फीसदी की कमी दिख रही है होटल की बुकिंग में <15-20 फीसदी लोग ही जा रहे बाहर नववर्ष के आगाज के लिए ।
छत्तीसगढ़ में सिर्फ 15 फीसदी कारोबार
– 70 से 80 करोड़ का कारोबार होटल-टूरिज्म इंडस्ट्रीज का <15 फीसदी कारोबार करीब 10 से 12 करोड़ की उम्मीद
– 2.50 से 3 लाख लोग जाते थे मनाने, इस बार 20-25 हजार की उम्मीद।