आनंद अकेला की रिपोर्ट
सीधी। बघवार के पास नहर में गिरी परिहार ट्रेवल्स की बस से अब तक 37 शव निकाले जा चुके है। मरनेवालों में 20 पुरूष, 16 महिला और एक बच्चा है। घटनास्थल में युद्धस्तर पर राहत एवं बचाव कार्य जारी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों के परिजनों को पांच-पांच रुपये देने की घोषणा की है। सीधी में बस हादसे के बाद मध्यप्रदेश सरकार ने कैबिनेट बैठक को स्थगित कर दिया है। जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट और राज्यमंत्री रामखेलावन पटेल भोपाल से हेलीकाप्टर से घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं।
मध्यप्रदेश के सीधी में मंगलवार सुबह बड़ा हादसा हो गया। करीब यात्रियों से भरी बस बाणसागर नहर में गिर गई। अब तक 37 शव मिल चुके हैं। 7 लोग बचा लिए गए। कुछ शवों के बह जाने की बात भी सामने आई है। जिनकी खोजबीन जारी है।
बस सीधी से सतना जा रही थी। हादसा रामपुर के नैकिन इलाके में सुबह करीब 7.30 बजे हुआ। सुबह 11.45 बजे क्रेन की मदद से बस को बाहर निकाला गया। नहर की गहराई 20 से 22 फीट बताई जा रही है। जिस वक्त हादसा हुआ, तब बहाव तेज था, लिहाजा यात्रियों को संभलने का मौका नहीं मिला।
बस का रूट नहीं बदलता तो बच जाती जानें
सीधी में नहर में गिरी जबलनाथ ट्रेवल्स की बस अगर अपना रूट नहीं बदलती तो लोगों की जान नहीं जाती। छुहिया घाटी से होकर बस रोजाना सतना के लिए जाती थी। छुहिया घाटी में पिछले दो दिनों से जाम के कारण मंगलवार की सुबह जाम लगा था। इस वजह से ड्राइवर ने बस का रूट बदलकर नहर का रास्ता पकड़ा और यह हादसा हो गया। नेशनल हाईवे 39 स्थित छुहिया घाटी में जगह-जगह गड्ढे और पत्थर पड़ होने की वजह से हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती है। यहां घंटों जाम में वाहन फंसे रहते हैं। यही वजह थी कि ड्राइवर बस को जल्दी ले जाने की चक्कर में रूट बदल दिया।