नेशनल फ्रंटियर, उमरिया। जिले के मानपुर जनपद अंतर्गत आने वाले ददरौड़ी-सरसवाही मार्ग के बीच बरूहा नदी में बना पुल कई वर्षों पहले टूट गया, अब इस रास्ते से आवागमन करने वाले छात्रों और ग्रामीणों को जान की बाजी लगाकर नदी पार करना पड़ रहा है। यही नहीं इसे लेकर प्रशासनिक स्तर पर कई बार चेताया गया और समस्या से रूबरू हुए नुमाइंदों ने जल्द ही इस बाधा को दूर करने का आस्वासन भी पूर्व में दिया। लेकिन कथनी और करनी में भेद को चरितार्थ करते हुए, व्यवस्था का दुरुस्तीकरण आज तक नहीं हो पाया। मसलन हक़ीक़त ये तश्वीरें बयां कर रही हैं, कि किस तरह से उफ़नती नदी को मासूम जिंदगी शिक्षा के लिए इस कठिन डगर से नदी को अपनी जान की बाजी लगाकर पार करते हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री अपने को मामा कहते हैं, और उन्हीं के राज व्यवस्था में एक पुल का निर्माण कई वर्षों से नहीं हो पाया।
यहां का मामला :
दरअसल ये नजारा जिला मुख्यालय से तक़रीबन 15 किमी दूर दादरौड़ी-सरसवाही ग्राम के मार्ग का है। जानकारों का कहना है, की यहां भूमि संरक्षण विभाग द्वारा कांग्रेस सरकार में पुल निर्माण हुआ था। बरूहा नदी में बना पुल कई वर्षों पहले टूट गया। उसके बाद तक़रीबन 17 वर्षों से ज्यादा समय बीत जाने के बाद आज तक यहां पुल निर्माण नहीं हो सका। वहीं सरसवाही हायर सेकेंडरी विद्यालय है, जहां नदी पार पड़ने वाले गांव के बच्चे अपने शिक्षा-दीक्षा के लिए इस विद्यालय में आते हैं।
कम दूरी और सीधा मार्ग :
सरसवाही विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को यह मार्ग सीधे और कम दूरी में पड़ता है, जिस कारण से बच्चे यहीं से आवागमन करते हैं, जबकि अन्य ग्रामीण भी इसी मार्ग उपयोग करते हैं। दूसरे मार्ग की बात की जाए तो यह कोडार के रास्ते बरबसपुर होकर फिर सरसवाही विद्यालय की ओर पहुंचता है, जिससे तक़रीबन 5-7 किमी का बेवजह घुमाव छात्रों का समय नष्ट करता है, जबकि इससे छात्र थकान भी महसूस करते हैं। ऐसे में पैदल आने वालों के लिए यह मार्ग दूर भी पड़ता है। जिससे छात्र उस रास्ते का उपयोग करते हैं, जो सीधे और नजदीक पड़ता है। लेकिन पुल टूटे होने के कारण नदी पार करके आवागमन करना पड़ता है।
राजनैतिक उदासीनता पुल निर्माण में बाधा :
जिले के दादरौड़ी, बरतराई और अन्य गांवों के बच्चे अपने स्कूल तक पहुंचने के लिए क्षतिग्रस्त पुल की वजह से एक नदी पार करने के लिए संघर्ष करते हैं। बता दें कि प्रदेश में भाजपा की सरकार है, और जिले के दोनों विधानसभा से भाजपा के विधायक हैं, यही नहीं मानपुर विधायक शिवराज सरकार के कैबिनेट में मंत्री भी हैं। खास बात ये है, की जिस क्षेत्र का मामला है वह कैबिनेट मंत्री के मानपुर विधानसभा के क्षेत्र में आता है। लेकिन राजनैतिक उदासीनता के कारण इस समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा। जबकि जिले में विपक्ष भी इस मुद्दे को लेकर आंख बंद किये है।
गौरतलब है जिस तरह से छात्र ये नदी पार करते हैं, ऐसे में उनके ड्रेस तो गीले होते हैं, साथ ही कॉपी-किताब भी ख़राब होने की समस्या बनी रहती है। लेकिन इन सबसे परे खतरा बरसात के दिनों में बड़ी अनहोनी की रहती है, जब नदी उफ़ान पर रहती है, जरूरत है, कि प्रशासन इस मार्ग को जल्द से जल्द दुरुस्त करा सके, ताकि ये सुनहरे भविष्य बग़ैर खतरे के विद्यालय पहुंच सकें।