नेशनल फ्रंटियर, उमरिया। जिले में मौसम हर समय करवट बदल रहा है, लेकिन धान का परिवहन कर रहे परिवहनकर्ता की उदासीनता स्पष्ट दिखाई दे रही हैं। जहां जिले के दूरस्थ खरीदी केंद्रों से धान का परिवहन उसे सुरक्षित स्थान तक पहुंचाने में अनियमित्ताएँ की जा रही है, वह भी जब मौसम ख़राब हो और जिले में बारिश भी अटखेलियां कर रही है। जिले में 41 केंद्रों में धान खरीदी हुई, जिसमें लगभग 8 लाख 70 हजार क्वींटल धान की खरीदी की गई, परिवहनकर्ता के परिवहन का कछुए से भी कम गति में की जा रही धान परिवहन का आलम यह है कि बहुत से केंद्रों में अभी भी धान पड़ी हुई है। और धान खरीदी के बाद उसका परिवहन प्रशासन के लिए चुनौती का विषय बनता जा रहा है। प्रशासन के सामने परिवहनकर्ता अपनी मनमानी भी दिखा रहा है, और अचानक बदले मौसम के बाद भी खुले ट्रक मे बिना ढके धान का परिवहन किया जा रहा। इससे घान खराब हो सकती है। लेकिन खुले ट्रक में धान के परिवहन पर प्रशासन अनदेखी कर रहा है, जिससे शासन का बड़ा नुकसान हो सकता है। धान खरीदी के बाद मौसम ने कई बार मिजाज बदला और बारिश भी हुई, लिहाज़ा परिवहनकर्ता के द्वारा इस प्रकार से धान का परिवहन करना परिवहनकर्ता की मनमानी को उजागर कर रहा है, और अधिकारियों की लापरवाही भी सामने आ रही है।