सीधी। उक्त ज्ञापन का प्रमुख विषय कोविड-19 ग्लोबल महामारी के कारण अदालतों का सामान्य कामकाज मार्च 2020 के अंतिम सप्ताह में गतिरोध में आ गया था। तब से स्थिति में अभी बहुत सुधार है, किंतु केंद्रीय सरकार ने निसंदेह आम जनता के लिए कई कल्याणकारी उपायों की शुरुआत की विशेष रूप से निम्न आर्थिक स्तर से संबंधित लोगों के लिए।
लेकिन वकील बिरादरी के लिए इस तरह के कल्याणकारी उपायों का लाभ नहीं प्राप्त हो सका। पूरे देश में वकीलों के लिए कोई केंद्रीय कल्याण योजना नहीं है ,ना ही कोई पीएफ या ईएसआई की योजना का लाभ प्राप्त होता।
हालांकि कुछ राज्य सरकार ने अपने संबंधित राज्यों में कल्याण निधि योजनाओं की शुरुआत की है लेकिन वह भी पर्याप्त नहीं है। इसी संबंध में 24 से 26 दिसंबर 2018 को लखनऊ में आयोजित आयोजित अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद के राष्ट्रीय अधिवेशन ने एक प्रस्ताव पारित किया था और केंद्र सरकार से माग की थी की पूरे भारत में वकील बिरादरी के लिए परिवार बीमा योजना चालू की जाए ।
सम्मेलन में पूरे भारतवर्ष से 5000 से अधिक अधिवक्ताओं ने भाग लिया थ। राष्ट्रीय पदाधिकारियों ने व्यक्तिगत रूप से माननीय कानून और न्याय मंत्री से मुलाकात की और ज्ञापन सौंपा था और कानून और न्याय मंत्रालय की त्वरित और सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली। किंतु योजना का क्रियान्वयन अभी तक नहीं हो पाया है।
अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद ज्ञापन के माध्यम से माननीय मंत्री महोदय से यह निवेदन करती है, कि उक्त योजना को लागू करने का यह सही समय है। पूरे भारतवर्ष में वकील बिरादरी और उनसे संबंधित परिवारों के लिए उपयोगी होगा ।
इसलिए अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद महाकौशल प्रांत जिला इकाई सीधी के द्वारा वकीलों के और परिवारिक हित के संबंध में चिकित्सा बीमा/ परिवार बीमा योजना को लागू करने के लिए आपके कार्यालय से निवेदन करती है।
ज्ञापन देने वालों में प्रमुख रूप से जिलाध्यक्ष प्रकाश मिश्रा,महामंत्री कुलदीप तिवारी, कृष्ण शरण शुक्ला वरिष्ठ अधिवक्ता तुलसी प्रसाद पांडेजी, वरिष्ठ अधिवक्ता श्री कृपा शंकर गौतम जी, वरिष्ठ अधिवक्ता श्री रमाकांत तिवारी जी, वरिष्ठ अधिवक्ता लक्ष्मण प्रसाद द्विवेदी,जी महेंद्र शुक्ल वरिष्ठ अधिवक्ता राकेश चतुर्वेदी जी विनय धार द्विवेदी ,महिला प्रकोष्ठ से श्रीमती सुजाता मिश्रा जी श्रद्धा सिंह, मनीषा सोनी युवा अधिवक्ता राघवेंद्र सिंह मुनीश शुक्ला,केपी शर्मा ,फूल चंद्र गुप्ता पुनीत त्रिपाठीअधिवक्ता एमके शुक्ला ,राघवेंद्र मिश्रा, कमलेश कुमार पटेल, श्री आरपी सोनी, श्री राजनाथ सिंह ,श्री अवध लाल सिंह ,श्री रजनीश पांडे महेश शुक्ला ,मुनि महेश तिवारी, चंद्रकांत मिश्रा, के के पांडे ,रविंद्र सिंह परिहार जी ,जीवेन्द्र पाठक ,धर्म उत्तम पांडे, नरेश पांडे ,सुख चंद्र पांडे ,प्रवीण शुक्लाअदि सैकड़ों अधिवक्ता उपस्थित थे।