विदित है कि हिंदू जागरण मंच की वीरांगना वाहिनी के द्वारा पिछले वर्ष भी 14 फरवरी को मां बेटी सम्मेलन का आयोजन किया गया था।
इसी तारतम्य में इस वर्ष भी सरस्वती विद्यालय मड़रिया सीधी के सभागार में पारिवारिक संस्कारों से ओतप्रोत, बच्चियों एवं महिलाओं को जागरूक करने की दिशा में एक अभिनव प्रयास इस कार्यक्रम के माध्यम से किया गया।
जैसा कि सब जानते हैं और देखते हैं कि आज समाज में बहुत सारे कुसंस्कार, पाशच्यात्य सभ्यता, और आधुनिक जीवन शैली जीने के कारण आ गए है।
पाश्चात्य सभ्यता की अंधाधुंध दौड़ में हमारी आज की पीढ़ी के साथ परिवार भी आ गए हैं।
जिससे आज समाज में अनैतिकता, फुहड़ता व रिश्तों की मर्यादा का भी क्षरण होता आसानी से देखा जा सकता है।
इसका कारण क्या है, क्यू हो रहा है, ये सुधरेगा कैसे, महिलाओं के प्रति समाज की सोच कैसे बदलेगी, हमारा जीवन आदर्श कैसे बनेगा, हम अपनी धर्म संस्कृति संस्कारों को कैसे बचाएंगे, कमजोर गरीब महिलाओं की आर्थिक रूप से मजबूत कैसे करेंगे, विधर्मियों के कुचक्र से कैसे बचेंगे, हमारी आदर्श कौन हैं वीरांगनाएं या फिल्मी कलाकार, ऐसे बहुत सारे विषयों के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में अलग-अलग विधा की 10 मंचासीन मातृशक्तियों ने प्रमुख रूप से अपना विषय कार्यक्रम में उपस्थित लोगों के बीच रखा।
जिनमे श्रीमती पूनम तिवारी ने महिलाओं के प्रति समाज का दृष्टिकोण, श्रीमती अंजू पाठक ने पारिवारिक जीवन की जिम्मेदारियां व नारी का कर्तव्य, श्रीमती पूनम सिंह ने पुरुष प्रधान देश में नारी का अस्तित्व, श्रीमती मेनका सिंह ने महिलाओं के लिए राजनैतिक कार्यक्षेत्र कैसा, श्रीमती सरस्वती बहेलिया ने सामाजिक कार्यकर्ता की समाज में भूमिका, डॉ श्रीमती वर्षा गौतम ने हिंदू जागरण मंच के प्रमुख कार्य और समाज में संगठन की भूमिका, श्रीमती सविता प्रजापति ने अपने संघर्ष की आत्मकथा और श्रीमती उमा सिंह ने हमारी आदर्श कौन…? वीरांगनाएं या फिल्मी कलाकार विषय पर कार्यक्रम में अपने विचार रखे।
कार्यक्रम की मुख्य वक्ता रही, प्रांत संयोजिका वीरांगना वाहिनी डॉक्टर वर्षा गौतम, अतिथियों का तिलक लगाकर स्वागत किया श्रीमती पूनम सिंह व पूनम सूर्यवंशी ने, उपस्थित जन समूह का तिलक द्वारा स्वागत श्रीमती कुसुम निगम, श्रीमती प्रीति पटेल द्वारा किया गया, दीप प्रज्वलन की व्यवस्था में रही श्रीमती उमा वर्मा, श्रीमती सुषमा गुप्ता, श्रीमती सावित्री पटेल, स्वागत भाषण से स्वागत वीरांगना वाहिनी की सहसंयोजिका श्रीमती दीपाली सिंह ने किया, स्वागत गीत जिला संयोजिका वीरांगना वाहिनी अन्नपूर्णा सिंह, आरती मिश्रा द्वारा प्रस्तुत किया गया, सरस्वती वंदना को मधुर स्वर में श्रीमती सुलोचना पांडे जी ने गाया, गणेश वंदना श्रीमती आरती मिश्रा द्वारा गया गया, कार्यक्रम का सफल संचालन कुमारी रेशू सिंह ने किया।
कार्यक्रम को सांस्कृतिक कार्यक्रमों से अद्भुत व प्रेरणायुक्त बनाया कुमारी वंशिका सिंह ने अपने गीता निरंतर चल रही हूं मैं, अनन्या केशरवानी ने मेरी मां, मीरा सिंह ने बेटी को बचाओ, दिव्यानी सिंह, रेखा सिंह का ओ री चिरैया पर नृत्य लोगों के हृदय में घर कर गया, साथ ही शिक्षा भारती, सरगम भारती और सुलोचना वर्मा ने भी अपने गीत और नृत्य प्रस्तुत किए।