आनन्द अकेला की विशेष रिपोर्ट
भोपाल। मप्र चुनाव आयोग प्रदेश में पहले नगरीय चुनाव कराएगा, इसके बाद पंचायत चुनाव। राज्य निवार्चन आयुक्त बसंत प्रताप सिह ने सूची तैयार करने सहित अन्य सभी तैयारी करने के निर्देश अधिकारियों को दिये है। वे नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव को लेकर समीक्षा कर रहे थे।
प्रदेश में दो चरणों में नगरीय निकाय चुनाव सम्पन्न कराए जाएंगे। प्रथम चरण में 155 और दूसरे चरण में 192 नगरीय निकायों में मतदान कराया जायेगा। प्रदेश चुनाव आयोग की बैठक में जानकारी दी गई है कि प्रदेश में कुल 407 नगरीय निकाय हैं। इनमें से 347 में आम निर्वाचन कराया जाना है।
राज्य निर्वाचन आयुक्त बीपी सिंह ने बताया कि नगरीय निकाय चुनाव पहले होंगे। इसके बाद पंचायत चुनाव कराए जाएंगे। सूत्रों का कहना है कि कोरोना की तीसरी लहर नहीं आती है या फिर कमजोर होती है तो सितंबर-अक्टूबर में चुनाव करा लिए जाएंगे। इसके बाद पंचायत चुनाव कराने की तैयारी है।
राज्य निर्वाचन आयुक्त बीपी सिंह ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के प्रभावी नियंत्रण और वैक्सीनेशन की स्थिति के मद्देनजर वर्तमान में आम निर्वाचन करवाया जाना संभव है। उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण पहले से ही आम निर्वाचन बहुत लेट हो चुके हैं। सिंह ने कहा कि पहले नगरीय निकायों के निर्वाचन करवाए जाएंगे।
बैठक में जानकारी दी कि प्रदेश में कुल 407 नगरीय निकाय हैं। इनमें से 347 में आम निर्वाचन कराये जाना है। दो चरण में मतदान होगा। प्रथम चरण में 155 और दूसरे चरण में 192 नगरीय निकायों में मतदान कराया जायेगा। महापौर/अध्यक्ष का निर्वाचन अप्रत्यक्ष प्रणाली से होगा। इन 347 नगरीय निकायों में सभी 16 नगर निगम शामिल हैं। बता दें कि अभी 60 नगरीय निकायों का कार्यकाल बाकी है।
निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि एमपी में लागू व्यावस्था के तहत महापौर एंव अध्यक्ष का निर्वाचन अप्रत्यक्ष प्रणाली से होगा। इन 347 नगरीय निकायों में सभी 16 नगर निगम शामिल हैं।
नगरीय निकाय मतदान के लिये कुल 19 हजार 955 मतदान केन्द्र बनाये गए हैं, जबकि कुल अभी 60 नगरीय निकायों का कार्यकाल बाकी है। मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 3 मार्च 2021 को हो चुका है।