नेशनल फ्रंटियर, उमरिया। बांधवगढ टाइगर रिज़र्व के वनपरिक्षेत्र मानपुर (बफर) की बीट मझौली अन्तर्गत कक्ष क्रमांक आरएफ 338 में एक नर बाघ शावक का क्षत-विक्षत अवस्था में आज शनिवार को शव मिला है। सूत्रों के मुताबिक 11 माह के नर बाघ की मौत लगभग दो दिनों पूर्व में होने का अंदेशा जताया जा रहा है, लेकिन बाघों की सुरक्षा का दम भरने वाले सजग वन अमले को मौत के लगभग 48 घण्टे बाद जानकारी लगी। जिसके बाद से एक बार फिर पार्क प्रबंधन की लापरवाही को लेकर प्रश्न खड़े हुए। फ़िलहाल प्रबंधन द्वारा आपसी द्वंद बताकर पलड़ा झाड़ने की कोशिशें की गई। वहीं नर बाघ शावक का पोस्टमार्टम पश्चात शवदाह कराया गया। पार्क प्रबंधन के अनुसार मौका स्थल पर उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर मृत्यु का प्रथम दृष्टया कारण दो बाघों के बीच आपसी द्वन्द बताया जा रहा है, वहीं मौका स्थल से सैम्पल एकत्रित कर सागर एवं जबलपुर प्रयोगशाला भेजे जा रहे हैं एवं प्रकरण की आगामी विवेचना की जा रही है। विदित हो कि पूर्व में हुई बाघों की मौत को लेकर प्रबंधन की कार्यप्रणाली को लेकर कई बार प्रश्न चिन्ह उठते रहे हैं।