सीधी जिले में पिछले वर्ष भी कोरोना की विभीषिका में पलायन कर वापस आये मजदूरों को काम मिल सके इसलिए जिला प्रशासन और प्रदेश सरकार ने पंचायतों में कराए जाने वाले समस्त कामों में मजदूरों को मनरेगा के तहत कार्य उपलब्ध कराने के आदेश दिए गए थे ।ऐसा इस बार भी होना चाहिए ।
क्योंकि एक बार पुनः कोरोना ने अपना विकराल रूप दिखाना शुरू किया है ऐसी परिस्थिति में मजदूर वर्ग को स्थानीय स्तर पे रोजगार मिलना ही चाहिये ।किन्तु कुछ ग्राम पंचायतों में सरपंच और सचिव मनमानी पूर्वक काम कर रहे हैं ।
जिन कार्यों में मजदूरों का नियोजन होना चाहिए उन कार्यों में मशीनरी का उपयोग किया जा रहा है ।
ऐसा ही एक मामला मझौली जनपद अंतर्गत ग्राम मझिगवां का सामने आया है ।जहां मेड बंधान कार्य मे मजदूरों को न नियोजित कर ट्रेक्टर और जे सी बी से कार्य कराया जा रहा है ।
ग्राम मझिगवां की आराजी नंबर 689 मध्य प्रदेश शासन चरनोई खेत मेढ़ बंधान कार्य जो -मनरेगा के तहत कराया जा रहा उसमेंं
जे सी. बी.,ट्रैक्टर एबम ड्रम्फर से कार्य संंपादित करवाया जा रहा है।
मामला संज्ञान में आने के बाद क्या तहसील और जिला प्रशासन दोषियों को सजा दे पाएंगे ?यह तो देखना बांकी है ।