आनन्द अकेला की रिपोर्ट
भोपाल। प्रदेश में निकाय चुनाव का मामला कोर्ट में अटकने के बाद अब निर्वाचन आयोग पंचायत चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं। राजनीतिक दलों ने भी पंचायत चुनाव पहले सम्पन्न करने के सुझाव दिए थे। प्रदेश में ये पंचायत चुनाव तीन चरणों में संपन्न होंगे। इसके लिए आयोग ने कलेक्टरों को विकासखंड बार शेड्यूल भेजा है। इस पर 15 मार्च तक जानकारी मांगी गई है। निर्वाचन आयोग ने तैयारियों को लेकर राजनीतिक दलों की बैठक बुलाई थी। इसमें प्रतिनिधियों का कहना था कि पहले पंचायत चुनाव कराए जाएं, क्योंकि मई-जून में बारिश होने लगती है।
गांवों में कई मतदान दूर होते हैं। सड़कें और जाने के रास्ते भी बंद हो जाते हैं। ऐसे में ग्रामीण वोट करने नहीं जाएंगे। इधर, अब इसे लेकर आयोग ने तैयारी शुरू कर दी है। पंचायतों में ईवीएम-बैलेट पेपर से चुनाव होंगे। जनपद के चुनाव ईवीएम, पंच- सरपंचों के चुनाव बैलेट पेपर के जरिए होंगे। बैलेट पेपर प्रिंट करने के लिए सरकारी प्रेस को कहा है। सरकारी प्रेस ने 20 मार्च तक बैलेट पेपर प्रिंट करने के लिए सहमति दी है। आयोग ने पंचायतों में 76 हजार केन्द्र बनाए थे, मतदाता सूची जनवरी-2021 के अनुसार तैयार होने पर करीब एक हजार मतदान केन्द्र और बढ़ने की संभावना है।
बैठक में हुई थी चर्चा
बता दें कि चुनाव आयोग ने सभी मान्यता प्राप्त दलों की बैठक बुलाई थी। राजनैतिक दल के प्रतिनिधियों ने कहा था कि पहले त्रि-स्तरीय पंचायतों के निर्वाचन करवाये जायें। प्रतिनिधियों का कहना था कि पंचायत निर्वाचन अभी नहीं करवाये गये तो वर्षा ऋतु में पंचायत निर्वाचन संभव नहीं होंगे, क्योंकि एमपी बोर्ड की परीक्षाएं 30 अप्रैल से 18 मई तक और सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाएं 4 मई से 12 जून तक निर्धारित हैं। नगरीय निकाय निर्वाचन वर्षा ऋतु में भी हो सकते हैं।