नेशनल फ्रंटियर/उमरिया। जिले के हवाई पट्टी के समीप दुर्लभ वन्यजीव पैंगोलिन की खरीद फरोक्त चल रही थी, जिसके बाद तस्करों को धर दबोचा गया। दरअसल उक्त कार्यवाही को लेकर वन विकास निगम के डीएम अनिल चोपड़ा ने बताया कि वन विकास निगम, वन्य प्राणी अपराध ब्यूरो व बांधवगढ़ नेशनल पार्क प्रबंधन द्वारा की गई है। बताया गया कि मुखबिर द्वारा गुप्त सूचना प्राप्त होने के आधार पर खबर मिली कि कुछ संदिग्ध व्यक्ति उमरिया एयरपोर्ट के पास वन्यजीव पैंगोलिन को बेचने का प्रयास कर रहे हैं । खबर प्राप्त होते ही उच्च अधिकारियों द्वारा वन विकास निगम, वन्य प्राणी अपराध ब्यूरो व बांधवगढ़ नेशनल पार्क की संयुक्त टीम ने कार्यवाही की। जहां प्राप्त सूचना के आधार पर बताए गए स्थान हवाई पट्टी उमरिया के नजदीक संदिग्ध व्यक्तियों की तलाश शुरू की गई। पहले भी जिले में पैंगोलिन तस्करी की बड़ी कार्यवाही की जा चुकी है। जबकि इस बार की कार्यवाही में वन विकास निगम की भूमिका बताई जा रही है। वहीं बीते दिन किये गए कार्यवाही में 3 अपराधियों से दो मोटरसाइकिल और एक जीवित पेंगोलिन को अपने कब्जे में लेकर वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के अंतर्गत कार्यवाही हेतु प्रकरण पंजीबद्ध किया गया।
रंगे हाथों पकड़ने वन अमला बना खरीददार :
जिले में बीते दिन हुए वन्यजीव तस्करी के कार्यवाही को लेकर बताया गया कि वन विभाग की वन्य जीव अपराध ब्यूरो टीम को मुखबिरों से वन्य जीव पेंगोलिन की सूचना मिली थी ल, जिसके बाद वन अमला सक्रिय हुआ और अधिकारी खुद खरीददार बनकर आरोपियों से पेंगोलिन को खरीदने की बात की, जिसके बाद वन विकास निगम के उमरिया परिक्षेत्र के कक्ष क्रमांक 825 में आरोपियों को धर दबोच लिया गया और पकड़े गए आरोपियों को सोमवार को जिला न्यायालय उमरिया में पेश किया गया।
वर्दीधारी समेत 3 आरोपी चढ़े हत्थे :
वन विकास निगम की टीम ने छापामार कार्यवाही करते हुए हवाई पट्टी उमरिया से एक पुलिस आरक्षक समेत तीन आरोपियों को दुर्लभ वन्य जीव पेंगोलिन की तश्करी करते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आलम यह है कि इन आरोपियों में देश भक्ति और जन सेवा करने की शपथ लेने वाला आरक्षक भी शामिल था। पकड़े गए आरोपियों में से पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय उमरिया में पदस्थ आरक्षक आशीष इक्का के साथ दो अन्य आरोपी जितेंद्र वर्मा एवं मोहनलाल कोल शामिल हैं। उक्त आरोपियों से टीम ने जीवित पेंगोलिन के साथ तीन मोबाइल और 2 बाइक जब्त की हैं।