कुलदीप तिवारी की रिपोर्ट
भोपाल। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने संगठन में नए कार्यकर्ताओं की भर्ती तेज कर दी है। देशभर से चुने हुए कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देकर सभी जगह तैनात किया जाएगा। इसके लिए चार हजार नए स्वयंसेवकों की भर्ती की जाएगी। संघ में यह विचार उसके एप ‘ज्वाइन आरएसएस’ में लोगों के लगातार जुड़ने के कारण आया है।
पिछले दिनों संघ की प्रयागराज में हुई अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक में शताब्दी वर्ष में सभी नगरों एवं खंडों में दो वर्षीय विस्तारक निकालने की योजना बनी है। साथ ही उन लोगों को भी जोड़ा जायेगा जो रिटायर हो रहे हैं या फिर वॉलेंटरी रिटायरमेंट ले लिया है। पिछले साल लोगों को जोड़ने के लिए ज्वाइन आरएसएस एप लांच लिया था। हालांकि शुरू में उसे अच्छा रिस्पॉन्स नहीं मिला और पिछली साल केवल 1100 लोगों ने ही इसमें रुचि दिखाई। पर कोरोना का समय बीतते ही इसमें जुड़ने वालों में तेजी से इजाफा हुआ है।
एप के माध्यम से इस साल करीब 1 लाख लोगों ने आनलाइन संघ से जुड़ने के लिए रजिट्रेशन किया है। संघ इनमें से ही पूर्णकालिक समयदानियों का चयन करेगा। संघ ने आने वाले एक साल में अपने सभी मंडलों और एक लाख नए स्थानों तक अपना कार्य पहुंचाने का निर्णय लिया है।
आरएसएस के प्रांत संघ चालक अशोक पांडे का कहना है कि इसमें ये स्वयंसेवक उसकी सहायता करेंगे। इसमें से ही आगे जीवनदानी प्रचारक भी निकाले जाएंगे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना के सौ साल अगले 2025 में पूरे होने जा रहे हैं। यह संघ का शताब्दी वर्ष होगा।