: चुरहट
ज्ञातव्य हो कि 14 अगस्त की रात को मृतक सनत सिंह को एनएच 39 में एक वैन ने टक्कर मार दी थी।
जिससे कि स्थानीय लोगों की मदद से मृतक सनत सिंह जब घायल अवस्था में था तो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चुरहट उपचार हेतु लाया गया था। जहां पर चिकित्साकर्मियों की लापरवाही से मृतक सनत सिंह की मृत्यु हो गई थी।
जिससे आक्रोशित परिजनों ने चक्का जाम कर न्याय की मांग की थी एवं प्रशासन ने उन्हे आश्वस्त कर न्याय देने की बात कही थी व चक्का जाम खुलवाया।
जहां एक तरफ पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ स्वतंत्रता दिवस राष्ट्रीय त्यौहार मनाया जा रहा था, वहीं दूसरी तरफ एक परिवार शोक में डूबा हुआ था। डॉक्टर की लापरवाही से रो रो कर उस परिवार का बुरा हाल था।
चुरहट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सामने नेशनल हाईवे N H39 में चक्का जाम लगाकर अपने न्याय की गुहार लगा रहे थे। आनन-फानन में चुरहट एसडीएम एवं चुरहट टीआई परिवारजनों को समझा कर न्याय का भरोसा देकर शव का पोस्टमार्टम करा कर घर भेज दिया गया।
डॉक्टर है लापरवाह
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जब हमारे संवाददाता नर्सों से बात किए तो नर्सों द्वारा साफ तौर पर बताया गया कि हम लोग प्राथमिक उपचार किए, और डाक्टर साहब को कॉल करते रहे लेकिन डॉक्टर आरके साकेत जो उस दिन ड्यूटी में थे वे नहीं आए। जबकि परिजन कई बार डॉक्टर साहब के कमरे जाकर दरवाजा खटखटाते रहे।
लेकिन डॉक्टर साहब अपनी जिम्मेदारी नहीं समझे और ना ही घर से निकले। नर्सों ने मीडिया को आगे यह भी बताया कि जब मौत हो गई तो नर्सों का फोन रिसीव किए और फिर डॉक्टर साहब 2:00 बजे रात को हॉस्पिटल आए तथा जांच करने के उपरांत घायल सनत सिंह के मृत होने की पुष्टि कर दिए। मृतक सनत सिंह की मृत्यु डॉक्टर आरके साकेत की लापरवाही से हुई।
मृतक के परिवार वालों ने डाक्टर के विरूद्ध f.i.r. एवं सेवा से पृथक कर देने की मांग की है एवं सनत सिंह के परिवार के भरण-पोषण कि सरकार से मांग की है।