आनंद अकेला की मौके से विशेष रिपोर्ट
सीधी। सीधी बस हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 45 हो चुकी है। प्रशासन द्वारा अब तक 45 शव नहर से निकाले जा चुके हैं। हादसे में अभी कई और लोग लापता बताए जा रहे हैं जिसके लिए प्रशासन द्वारा सघन रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। अधिकारियों की माने तो अभी मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।
सीधी के बघवार स्थित शारदा गांव के पास नहर में बस से गिरने से हताहतों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। शाम साढ़े चार बजे तक प्रशासन द्वारा नहर से 45 लोगों के शव निकाले जा चुके हैं। जबकि अभी भी कई लोग लापता बताए जा रहे हैं। जिनके खोजबीन के लिए प्रशासन व एनडीआऱएफ की टीम जुटी हुई है। हादसे में सात लोगों को बचाया जा चुका है।
तो ऐसे हुआ हादसा
हादसे में बचे यात्रियों ने बताया कि सीधी से चलने के बाद बस पहले काफी धीरे चल रही थी। रामपुर नैकिन के बाद से ड्राइवर काफी स्पीड में बस चला रहा था। सवारियों ने उससे कई बार रफ्तार कम करने को कहा, लेकिन वह नहीं माना। घटनास्थल के पास नहर के किनारे सड़क की चौड़ाई बेहद कम है। जबकि नहर में सुरक्षा दीवार भी नहीं है। नहर के किनारे बनाए गए पैराफिट भी ज्यादा सुरक्षात्मक नहीं है। पटना पुल के पास एक बोलेरो कार से पास लेने के चक्कर में बस अनियंत्रित होकर नहर में समा गई। चूंकि नहर के पैराफिट बेहद छोटे हैं अतः बस को संभलने का मौका नहीं मिला। बस से बचने वाले लोगों ने बताया कि वो बस में पीछे की तरफ सीटों बैठे हुए थे। बस जब नहर में गिरी तो पीछे की हिस्सा ऊपर की तरफ उठ गया। बस के नहर में पूरी तरह से समाने से पहले उन्हें कुछ समय मिल गया और वो गेट खोलकर बाहर की तरफ निकलने में सफल रहे।
यात्रियों ने बताया कि बस ज्यादा भरी थी और अधिकतर लोग खड़े थे ऐसे में जैसे ही बस नहर की तरफ घुसी खड़े लोग भी सीधे नीचे की तरफ गिरने लगे जिससे अन्य लोगों को संभलने का मौका नहीं मिल पाया।
स्थानीय लोग बने मसीहा
घटनास्थल पर जहां बस नहर में गिरी थी उससे कुछ दूरी पर सड़क के किनारे रामनरेश लोनिया का घर है। रामनरेश की बेटी शिवरानी ने नहर में बस के गिरते ही जोर-जोर से लोगों को सहायता के लिए आवाज लगाई। इस दौरान बस से निकल कर कुछ लोग नहर में ऊपर की तरफ तैरने लगे। शिवरानी ने गांव के अन्य लोगों ने उनकी मदद कर उन्हें नहर में तैर रहे लोगों को बाहर निकाला।
नहर से स्थानीय लोगों द्वारा सुरक्षित निकाले गए तीन लोगों के नाम अर्चना जायसवाल पिता गंगा प्रसाद जायसवाल ग्राम सरई, जिला सिंगरौली , विभा प्रजापति सपनी दुवारी तथा सुरेश गुप्ता रामपुर नैकिन जिला सीधी थे। वहीं हादसे में ड्राईवर भी सुरक्षित बच गया। सभी घायलों को इलाज के लिए संजय गांधी मेडिकल हास्पिटल रीवा में भर्ती किया गया है।