सीधी
सीधी जिले में एक और ब्लैक फंगस का संदिग्ध मरीज सामने आया है। जिसकी पुष्टि चिकित्सकों ने लक्षण के आधार पर की है, जिले में जांच की कोई सुविधा न होने के कारण संदिग्ध को संजय गांधी चिकित्सालय रीवा के लिए रेफर किया गया है, वहां से जांच रिपोर्ट आने के बाद स्पष्ट हो पाएगा कि संदिग्ध ब्लैक फंगस से पीड़ित है या नहीं।
गहन चिकित्सा वार्ड में है भर्ती मरीज
शहर के जमोड़ी निवासी दीपक सिंह गहरवार को तेज बुखार व सिर तथा गले मे तेज दर्द होने पर उपचार के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। जहां चिकित्सकों ने सीसीयू वार्ड में भर्ती कर उपचार प्रारंभ किया गया।
मरीज के गले व चेहरे में सूजन तथा आंख में धब्बे के निशान होने पर ब्लैक फंगस होने की संभावना जताई गई है। किंतु मरीज को सही उपचार न मिल पाने के कारण उसके स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हो रहा है।
नही है इंजेक्सन-
जिला चिकित्सालय में ब्लैक फंगस से पीडित मरीजों के जांच व उपचार लिए अभी तक कोई व्यवस्था नहीं बनाई गई है। बताया गया कि ब्लैक फंगस से पीडित मरीज को एमफो टेरीसीन बी देना पड़ता है किंतु यह अभी तक जिले में उपलब्ध नहीं हो पाया हैै। इसके साथ ही जांच करने सहित अलग से वार्ड बनाने के निर्देश का भी पालन सुनिश्चित नहीं किया गया है।
रीवा किया गया रेफर-
जिले में सुविधा न होने के कारण चिकित्सकों के समक्ष रेफर करने का मार्ग खुला हुआ है। पाए गए संदिग्ध संक्रमित को सोमवार को मेडिकल कालेज रीवा में चर्चा के उपरांत संजय गांधी चिकित्सालय रीवा रेफर किया गयाहै , जहा उसे समुचित उपचार मिलने की संभावना है।
एक मरीज जिला चिकित्सालय में उपचार के लिए आया, जिसके लक्षण को देखते हुए ब्लैक फंगस की पुष्टि हो रही है, किंतु यहां इंजेक्सन सहित अन्य सुविधा न होने के कारण सोमवार को रीवा रेफर किया जाएगा।
डॉ. आईजे गुप्ता
जिला स्वास्थ्य अधिकारी, सीधी