नेशनल फ्रंटियर, उमरिया। बाघों के दांत और नाखून का व्यापार करने वाले तीन व्यक्तियों को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की टीम ने बाघ के दांत और नाखून के साथ गिरफ्तार किया है। मिली जानकारी अनुसार बाघ के दांतों व नाखूनों को बेचने की फिराक में घूम रहे तीन अपराधियों को टीम ने मुखबिरी के बाद धर दबोचा। इस मामले में वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के संगीन धाराओं के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया है।
यह है मामला :
वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो व बाँधवगढ़ टाइगर रिजर्व और टाईगर स्ट्राईक फोर्स की संयुक्त टीम ने तीन आरोपियों इंदवार निवासी आरोपी नकुल लोनी, भरेवा निवासी संतोष कोल व बरही निवासी तुकाराम विश्वकर्मा को बाघ के 2 दाँत (केनाईन), 13 नाखूनों के साथ गिरफ्त में लिया। साथ ही तस्करों के 2 मोबाईल तथा एक मोटरसायकिल भी जप्त किया।
बीटीआर प्रबंधन ने बताया कि मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई थी, कि बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व क्षेत्र मे कुछ संदिग्ध व्यक्ति वन्यजीव से सम्बंधित सामान बिक्री करने की फिराक मे घूम रहे है। सूचना उपरांत बीटीआर पार्क प्रबंधन एवं वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो एवं टाईगर स्ट्राईक फोर्स जबलपुर की संयुक्त टीम का गठन किया गया। नेतृत्व उपवनमण्डल अधिकारी पनपथा बफर द्वारा
किया गया। और मूुखबिर द्वारा बताये गए स्थान पर घेराबंदी कर बताए हुए पहचान के अनुसार तीन संदिग्ध बाईक सवारों को पनपथा परिक्षेत्र के बम्हनगवाँ तिराहा पर रोका गया। जिनसे पूछताछ कर तलासी ली गई, तो मुखबिर के बताए अनुसार बाघ के दाँत (केनाईन) व नाखून बरामद हुए।
तलाश में जुटा प्रबंधन :
बीते दिन शनिवार को गिरफ़्त में लिए गए तस्करों से कई घण्टे पूंछ-तांछ की गई। मामले में वन्यजीव प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत अपराध दर्ज कर कार्यवाही की जा रही है। ख़बर है, की इस तरह के गोरखधंधे में कुछ और लोग शामिल हैं, उक्त मामले का बड़े स्तर पर रैकेट का संचालन हो रहा है, जिसको लेकर भी वन विभाग और वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो द्वारा आगे जांच की जा रही है।