विकाश शुक्ला/उमरिया। चंदिया तहसील के तहसीलदार चन्द्रशेखर मिश्रा को निलंबित कर दिया गया। उमरिया कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने जन जातीय गौरव दिवस कार्यक्रम के संयोजन में लापरवाही बरतने पर चंदिया तहसीलदार को निलम्बित कर दिया है। विदित हो कि 15 नवबर को भोपाल में जनजातीय गौरव दिवस का आयोजन होना है, इसी सम्बन्ध में जिम्मेदार अधिकारियों को दायित्वों के निर्वहन सम्बन्ध में जिम्मेदारी सौंपी गई थी, लेकिन जिम्मेदारी के प्रति अधिकारियों की सक्रियता इस कदर झलक रही है, की वे बगैर सूचना के ही मनमर्जी तौर पलायन कर जाते हैं।
दो दिनों से बगैर सूचना गायब :
जनजाति गौरव दिवस कार्यक्रम भोपाल में सम्मिलित होने हेतु उमरिया जिला से एक हजार प्रतिभागियों को बस द्वारा आज 14 नवंबर को चंदिया से रवाना करने हेतु, चंदिया में कलेक्टर द्वारा बसों पर भोजन पानी के पैकेट लोड कराने हेतु स्थापित पाइंट का निरीक्षण प्रातः 9:00 बजे किया गया, वहीं नायब तहसीलदार चन्द्रशेखर मिश्रा से दूरभाष पर प्रातः 9:59 तथा 10:33 पर संपर्क करने का प्रयास किया गया, किन्तु जिम्मेदार अधिकारी ने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा। और तो और निवास पर वाहन भेजकर जानकारी प्राप्त करने पर जिम्मेदार अधिकारी को ज्ञात होता है, कि वे दो दिन से चंदिया में नहीं है।
अनुशासनहीनता के परिचायक बने तहसीलदार..! :

जिस तरह से राजधानी से लेकर जिले और ग्रामीणांचलों के जिम्मेदार एक ओर जनजाति गौरव दिवस के कार्यक्रम को हर संभव सार्थक बनाने जिम्मेदारी निभाई, उससे परे एक जिम्मेदार अधिकारी द्वारा बगैर सूचना की गैर मौजूदगी ने कार्यक्रम को असफल करने का प्रयास किया, अर्थात प्रदेश में इतने महत्वपूर्ण कार्यक्रम जिसमें देश के प्रधानमंत्री से लेकर अन्य कैबिनेट मंत्री शिरकत करेंगे, में कोई दिलचस्पी न दिखाते हुए दो दिनों से गायब हैं। श्री मिश्रा का अनुपस्थित होना उनके पदीय कर्तव्यों के प्रति लापरवाही कर्तव्य विमुखता, स्वेच्छाचारिता, अनुशासनहीनता का परिचायक बने, जो म.प्र. सिविल सेवा आचरण नियम 1965 नियम- 3 के तहत कदाचरण की श्रेणी में आता है।
कलेक्टर ने थमाया निलंबन आदेश :
जनजाति गौरव दिवस के राष्ट्रीय कार्यक्रम को गौरवशाली बनाने की मंशा पर जिस तरह से नायब तहसीलदार चन्द्रशेखर मिश्रा ने पानी फेरने की कोशिशें की और बगैर पूर्व सूचना के गायब हुए, इस पर श्री चन्द्रशेखर मिश्रा नायब तहसीलदार तहसील चंदिया को म.प्र. सिविल सेवा (वर्गीकरण नियंत्रण तथा अपील) नियम 1966 के नियम-9 के तहत कलेक्टर ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। शायद यह निलंबन आदेश अन्य अधिकारियों के लिए भी एक चेतावनी होगी, की भविष्य में कोई अधिकारी इस तरह से कदम न उठाएं। वहीं तहसीलदार चंदिया का प्रभार कोमल सिंह को सौंपा गया है।