पन्ना। पन्ना जिले के अजयगढ़ में प्रभारी तहसीलदार को 1 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा। पिछले 15 दिनों में यह तीसरा घूसखोर पकड़ा गया है।
अजयगढ़ के प्रभारी तहसीलदार उमेश तिवारी ने वार्ड क्रमांक 14 में रहने वाले अंकित पिता राजकुमार मिश्रा के निर्माणधीन मकान पर स्टे लगाने की धमकी देकर रिश्वत की मांग की थी। पीड़ित ने इसकी शिकायत सागर लोकायुक्त में की।
इसके बाद बुधवार सुबह करीब 10 बजे अजयगढ़ रेस्ट हाउस के कमरा नंबर तीन में लोकायुक्त डीएसपी राजेश खेड़े ने तहसीलदार को रिश्वत लेते रंगे हाथों ट्रैप किया।
शिकायतकर्ता अंकित मिश्रा (25) ने बताया कि उनका अजयगढ़ के माधवगंज में 45 बाय 70 का प्लॉट है। जिस पर कई दिनों से निर्माण कार्य चल रहा है। उनके पास प्लॉट के नामांतरण से लेकर अन्य सभी कागज पूरे हैं। इसके बाद भी प्रभारी तहसीलदार उमेश तिवारी द्वारा परेशान कर रिश्वत की मांग की जा रही थी।
अंकित ने बताया कि कुछ दिन पहले तहसीलदार ने बुलाया और 1 लाख रुपए की मांग की। पैसे न देने पर मकान पर स्टे देने की बात कही। अंकित का आरोप है कि तहसीलदार ने बुरा बर्ताव किया व अपशब्द भी कहे।
अंकित ने बताया कि उन्होंने तहसीलदार से कहा कि मैं गरीब आदमी हूं, किसान हूं इतना पैसा नहीं है। मैं 50 हजार की व्यवस्था कर सकता हूं, लेकिन तहसीलदार नहीं माने और 1 लाख रुपए की मांग पर अड़े रहे।
परेशान होकर अंकित ने इसकी शिकायत सागर लोकायुक्त में कर दी। लोकायुक्त टीम ने तहसीलदार को ट्रैप करने का पूरा प्लान बनाया और उसी के मुताबिक बुधवार सुबह अंकित को पैसे लेकर तहसीलदार के पास भेजा गया। जहां तहसीलदार उमेश तिवारी को रंगे हाथों एक लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया।