विगत दिवस नेशनल फ्रंटियर सीधी की टीम ने खबर दी थी “सीधी की सड़कें हुई ख़स्ताहाल”https://nationalfrontier.in/mp/roads-of-sidhi-are-in-bad-condition-rural-roads-uprooted-due-to-departmental-negligence/
इसका असर यह हुआ कि बाकी सड़कें नही किंतु टिकरी मार्ग में शिकरा अहिरान टोला पहुँच मार्ग में स्थित पुलिया की तस्वीरे भी दी गयी थी जिस पर संबंधित विभाग द्वारा संज्ञान लेते हुए मिट्टी डाल कर पुलिया में हुए गढ्ढे को भर दिया गया है ।कम से कम मिट्टी डाल कर ही सही मार्ग को आवागमन युक्त कर दिया गया सड़क मेंस्थित पुलिया के यह हाल था जिसे लाल मुरुम डाल कर भर दिया गया है।
मिट्टी डाल कर विभाग ने अपने कृत्यो पर पर्दा तो डाल लिया किंतु प्रश्न अभी भी जस का तस है ।आखिर गुड़वत्ता हीन सड़क निर्माण होने पर 34 लाख का भुगतान ठेकेदार को क्यों किया गया ।दुसरा प्रश्न यह कि क्या इस पुलिया के भुगतान मिट्टी से निर्मित करने के लिए किया गया था या पुलिया पर डामरीकरण होना था ।यह साफ साफ प्रदर्शित होता है कि अनियमितता का यह खेल निर्माण एजेंसी और विभागीय मिली भगत से हुआ है इस पर कार्यवाही होनी ही चाहिए और दोषियों को उचित दंड भी मिलना चाहिए।
लेकिन दंड देगा कौन?अंधों की दुनिया मे काना राजा