नेशनल फ्रंटियर, उमरिया। एक ओर बिजली ट्रांसफार्मर को लेकर तबाही है, तो दूसरी ओर ट्रांसफार्मर के नाम पर उगाही है। बताने का आशय है कि बिजली विभाग के वाहन में 2 ट्रांसफार्मर जिला मुख्यालय से महज 4 किमी की दूरी पर स्थित महिमार गांव में लावारिश हालात में खड़ा है। सूत्रों की माने तो उक्त ट्रांसफार्मर को सौदे के उद्देश्य से खड़ा छिपाकर रखा गया है, हालांकि बिजली विभाग के अधिकारियों द्वारा इस बात को लेकर पुष्टि नहीं हो सकी, कि आखिरकार जिले के कई ग्रामीण क्षेत्रों में ट्रांसफार्मर की समस्या होने के बाद भी महिमार गांव में ट्रांसफार्मर को किस वजह से छीपाकर रखा गया था। जिला विद्युत कार्यालय के वरिष्ठ बिजली अधिकारी के नम्बर पर मामले को लेकर जानने का प्रयास किया गया, तो उनके द्वारा फोन रिसीव करना उचित नहीं समझा गया।
क्या है मामला :
मुख्यालय से लगभग 5 किलोमीटर दूर महिमार गांव में बिजली विभाग के दो ट्रांसफार्मर A/O No. 6645634 व No. 2153 विद्युत विभाग के वाहन क्रमांक MP20GB0823 में लोड बीते 29 दिसंबर से खड़ा हुआ है। तीन दिन से खड़े इस वाहन को लेकर ग्रामीणों द्वारा तरह तरह के कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन आज सूत्रों ने नेशनल फ्रंटियर उमरिया को उक्त मसले की जानकारी दी, जिसके बाद नेशनल फ्रंटियर संवाददाता स्थल पर पहुंचे, तो मालूम पड़ा, कि वाहन बीते तीन दिन से खड़ा है, क्यों खड़ा किया गया इसकी जानकारी नहीं मिली।
विभाग से भी नहीं मिली जानकारी :
विदित हो कि इन दिनों खेती किसानी का समय चक्र चल रहा है, जिसमें गेहूं की फसल की बुवाई होनी है, लेकिन उमरिया जिले के कई गांवों में ट्रांसफार्मर न होने के कारण किसानों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। यहां तक कि ट्रांसफार्मर को लेकर जिले में किसानों ने कड़ाके की ठंड में ट्रांसफार्मर के लिए रात तक गुजारी है। वहीं बिजली विभाग के ऊपर कई हजार रुपये देकर ट्रांसफार्मर लगाने का भी आरोप लग चुका है। ऐसे में इस तरह से गांव में दो ट्रांसफार्मर से लोड तीन दिनों से खड़े बिजली विभाग के वाहन ने नए कारनामों को लेकर सख्ते में डाल दिया। लिहाजा इसे लेकर जिले के मुख्य अभियंता से संपर्क किया गया, तो जिम्मेदार ने जवाब देने से बचने के लिए फोन ही रिसीव नहीं किया।
सवालों के घेरे में विभाग :
ट्रांसफार्मर से लोड विद्युत विभाग के वाहन के मुख्यालय से दूर छीपाकर खड़े करने के बाद से कई सवाल खड़े हुए हैं। लिहाजा एक अंदेशा यह भी जताया जा रहा है, कि विभागीय अधिकारियों की और ग्रामीणों के साथ लेनदेन का तालमेल नही बनने की वजह से ट्रांसफार्मर वाहनों में लोड छीपाकर खड़ा कर दिया गया। आलम यह है, कि ट्रांसफार्मर के कमियों के कारण एक ओर खेती कार्य में देरी हो रही है। वहीं दूसरी ओर इस तरह से ट्रांसफार्मरों को छीपाकर गांवों में रखा जा रहा है, जो बिजली विभाग के कर्मियों के ऊपर कई सवाल खड़े कर रहा है।
इन्होंने कहा –
मामले की जानकारी के लिये सम्पर्क किया गया, तो फ़ोन नहीं रिसीव किया गया।
एल एन नामदेव, मुख्य अभियंता, विद्युत विभाग उमरिया