आनंद अकेला की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट
सीधी। यूक्रेन के कई शहरों में सीधी जिले के कई छात्र फंसे हुए हैं। अभी तक उनके यूक्रेन से सुरक्षित न निकलने की व्यवस्था होने से परिजन खासे परेशान है।
यूक्रेन में दिनो दिन हालात बिगड़ते जा रहे हैं। रूसी सेना द्वारा यूक्रेन के कई रिहाइशी शहरों में हमला करने के बाद स्थिति और चिंताजनक होती जा रही है। वहीं सीधी जिले के कई छात्र जो यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं उनके वहां फंसे होने से परिजन खासे परेशान है। हालांकि भारत सरकार द्वारा यूक्रेन में फंसे भारतीयों को सड़क मार्ग से हंगरी पोलैंड के रास्ते निकालने की योजना पर तेजी से काम किया जा रहा है। जिसके बाद वहां से उन्हें एयरलिफ्ट किया जाएगा। पर रूसी सेना जिस तेजी से हमला कर रही है उसके लेकर छात्रों के परिजन बेहद घबराए हुए हैं।
सीधी जिले के जो छात्र अभी यूक्रेन में फंसे हैं उसमें वेदिका केशरी पिता मुकेश गुप्ता जिनकी उम्र 18 वर्ष है। वो पश्चिमी क्षेत्र की उजरोट यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस की प्रथम वर्ष की छात्रा है। उनके साथ श्रेजल गुप्ता पिता स्व. संतोष कुमार गुप्ता भी इसी यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्र है। आलोक सिंह पिता राज कुमार बघेल हांटायूरी में बोगोमोलेट्स नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस के चौथे वर्ष की पढ़ाई कर रहे हैं। बातचीत में सभी छात्रों ने बताया कि अभी वो सुरक्षित हैं। हालांकि क्षेत्र के हालात बेहद चिंताजनक है। उन्हें उम्मीद है भारत सरकार द्वारा जल्द से जल्द यूक्रेन से निकाल लिया जाएगा।