आनंद अकेला की रिपोर्ट
भोपाल। मप्र में एक मई से कोरोना वैक्सीन का तीसरा चरण शुरू किया जा रहा है। जिसके लिए आज से रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस बीच प्रदेश सरकार की तरफ से पत्र जारी कर कुछ खास तरह के लोगों को अभी वैक्सीन न लगाने की बात कही गई है।
प्रदेश में वैक्सीनेशन का तीसरा चरण एक मई से शुरू होगा। जिसमें 18 से 45 साल तक के लोगों को भी कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी। इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग से पत्र जारी कर बताया गया है कि जिन लोगों ने हाल ही में कोरोना की जंग जीती है उन्हें फिलहाल चार से आठ सप्ताह बाद ही कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी। इसके अलावा अगर कोई मरीज संदिग्ध है तो उसे भी फिल्हाल वैक्सीन नहीं लगाई जाएगी। स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में एक पत्र सभी कलेक्टरों, मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी, सिविल सर्जन और मेडिकल कॉलेजों के डीन को भेजा है। इसमें कहा गया है कि सरकार के संज्ञान में यह आया है कि कोरोना के ठीक हुए मरीजों और स्वास्थ्य विभाग के अमले को संशय है कि रिकवरी के बाद ऐसे लोगों को वैक्सीन कब लगाई जाए। लेकिन यह तथ्य भी सामने आया है कि ठीक हुए मरीजों को प्रतिरोधक क्षमता विकसित होने के बाद भी वैक्सीनेशन की आवश्यकता है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया है कि चूंकि वर्तमान में कोविड संक्रमण के बाद रोग प्रति रोधक क्षमता विकसित होने की जानकारी एवं सुरक्षा अवधि प्रमाणित नहीं है। अत: संकमण समाप्त होने की अविध के 4 से 8 सप्ताह बाद ही ऐसे लोगों का वैक्सीनेशन किया जा सकता है। इसके साथ ही कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने अथवा संदिग्ध मरीजों का वैक्सीनेशन स्थगित किया जाए।